बस्तर के पूर्व नक्सली अब राजमिस्त्री बनकर समाज से जुड़े, मुचाकी रनवती की 24 साल बाद मुख्यधारा में वापसी
रायपुर: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 35 पूर्व नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत राजमिस्त्री (मेसन) प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में संवाद, संवेदना और विकास के माध्यम से शांति स्थापित करना है। अब बंदूकें थामने वाले युवाओं के हाथों में औजार हैं, और वे समाज की मुख्यधारा से जुड़कर सम्मान के साथ रोजगार पा रहे हैं।
कौशल प्रशिक्षण और रोजगार
इस प्रशिक्षण में 15 महिलाएं और 20 पुरुष शामिल हैं। उन्हें भवन निर्माण के सभी जरूरी कौशल सिखाए जा रहे हैं, जैसे नींव डालना, ईंट जोड़ना, प्लास्टर करना और छत डालना। इसके जरिए ये युवा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत घर बनाने में मदद करेंगे। जिला प्रशासन और एसबीआई आरसेटी के सहयोग से यह प्रशिक्षण चलाया जा रहा है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मुकुंद ठाकुर ने कहा कि इस प्रशिक्षण से न के...









