Editorial

भारत में मोटापा: एक बढ़ती समस्या
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भारत में मोटापा: एक बढ़ती समस्या

(एसडी न्यूज़ एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में मोटापे की समस्या पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत में हर आठ में से एक व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त है, जो न केवल स्वास्थ्य बल्कि देश की आर्थिक और सामाजिक संरचना के लिए भी एक गंभीर चुनौती बनता जा रहा है। आज के दौर में मोटापा केवल एक व्यक्तिगत स्वास्थ्य समस्या नहीं रह गया है, बल्कि यह एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की तरह उभर रहा है। असंतुलित खानपान, शारीरिक गतिविधियों में कमी, और तनावपूर्ण जीवनशैली ने इसे और भी बढ़ावा दिया है। मोटापे के कारण और वर्तमान स्थिति बदलती जीवनशैली:आज की तेज़ी से भागती दुनिया में शारीरिक श्रम घटता जा रहा है। लोग घंटों कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठते हैं, मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल गैजेट्स के कारण शारीरिक गतिविधियाँ सीमित हो गई हैं। परिणामस्वरूप, शरीर...
देश में सबसे भ्रष्ट विभाग – आरटीओ! कब होगी सख्त कार्रवाई?
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देश में सबसे भ्रष्ट विभाग – आरटीओ! कब होगी सख्त कार्रवाई?

(एसडी न्यूज़ एजेंसी, 3 मार्च 2025, हावड़ा) अगर देश में सबसे भ्रष्ट विभाग की बात करें, तो परिवहन विभाग (आरटीओ) का नाम सबसे पहले आता है। यह कोई नई बात नहीं है, स्वयं देश के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी कई बार यह स्वीकार कर चुके हैं कि देशभर में आरटीओ द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। चाहे वह कश्मीर से कन्याकुमारी तक किसी भी राज्य का आरटीओ हो, हर जगह नियमों की धज्जियां उड़ाकर रिश्वतखोरी का खेल जारी है। फिटनेस प्रमाणपत्र की गड़बड़ियां ताजा उदाहरण मध्य प्रदेश के इंदौर सहित कई शहरों में देखा गया, जहां अनफिट स्कूल बसों को जबरदस्ती फिटनेस सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। यह सिर्फ एक मामला नहीं है, बल्कि देशभर में ऐसे अनेक उदाहरण मिल जाएंगे। शहरों में स्थानीय बस सेवाओं का भी यही हाल है। पुरानी और खटारा बसें, जिनकी सीटें 42-50 तक होती हैं, उनमें चार गुना अधिक यात्री ठूंस-ठूंस कर भरे जाते ह...
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धर्म, मात्र विधि – विधान नहीं  बल्कि ईश्वर को पाने की आकांक्षा है।

sd news agency/संघर्ष के समय परमात्मा को याद करना स्वाभाविक है।   परंतु जब हम पूर्ण संतुष्टि में हों तो भी परमात्मा से जुड़े रहना हमारी इस  संतुष्टि को स्थाई बनाने के लिए जरुरी है।   हमें कभी नहीं भूलना चाहिए कि परम के संग जुड़ने में ही हमारे जीवन की सार्थकता है।        जो  साथ जाएगा ही नहीं, जो जरुरी नहीं उसमें हमारा चित्त ज्यादा लगता है, और जो साथ जाना है उसका हम चिंतन ही नहीं करते हैं। साथ क्या जाना है?  साथ जायेगा हमारे अंदर स्थापित होने वाला धर्म।   धर्म,  ईश्वर की आराधना की विधि नहीं है बल्कि ईश्वर को पाने की आकांक्षा है।    जीवन में संघर्ष तो करना ही पड़ता है।  वह संघर्ष हम अपने जीवन को जीते हुए अपने परिवार के लिए, उनके सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए करते हैं, वो‌ हमारा दायित्व है।  इस संघर्ष के दौरान हम ईश्वर से सफलता हेतु प्रार्थना करते हैं तो फल प्राप्त होगा या नहीं यह ह...
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संजीवनी

प्यारी सी शरारत का इंतज़ार है प्यारी सी शरारत का इंतज़ार है,दोस्तो की चाहत का इंतज़ार है, आज बड़ी बैचैन है दिल की धड़कने,अब यारों की अदालत का इन्तजार है। एक जमाना हुआ उनसे गले लगे,उसी खिलखिलाहट का इंतज़ार है, अब दोस्त मिलते नही भटके हुए,दुश्मनो से ही दावत का इंतज़ार है, कभी घिरे होते थे यारो की भीड़ में,अंजानो से उसी राहत का इंतज़ार है। जिंदगी की शाम हो गयी अब शायद,बचपन की चहचहाट का इंतज़ार है फरेबी निकली उम्र इस पायदान परसंजीव किसी आहट का इंतज़ार है। संजीव ठाकुर,रायपुर...
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ज्ञान और साहित्य को देश की सीमाओं में बांधा नहीं जा सकता है।

यह सर्वविदित है कि इतिहास का पन्ना पलटें तो हर सभ्यता ने अपने कई कई रूप बदले हैंl संस्कृति ने नए नए नए आयाम का सृजन किया हैl वैसे भी जीवन परिवर्तन का पर्याय है एवं विकास का स्वरूप हैl यह सर्वकालीन सत्य है कि शिक्षा एवं ज्ञान का महत्व हर संस्कृति, सभ्यता और मानवीय समुदाय के जीवन में एक प्रकाश पुंज की तरह उन्हें विकास की दिशा दिखाते हुए आया हैl जिस देश की भाषा जितनी समृद्ध होगी उस देश की सभ्यता संस्कृति और ज्ञान उत्तम शिखर पर होगा और विकास की नई नई धाराएं बहेगीl मानवीय विकास के साथ मनुष्य को अधिक परिपक्व को समझदार तथा समृद्ध बनाने में शिक्षा,भाषा, ज्ञान और साहित्य का सर्वाधिक महत्व रहा हैl शिक्षा चाहे आपके परिवार से प्राप्त हुई हो, स्कूल कॉलेज अथवा किसी शिक्षण संस्थान से प्राप्त हुई हो या भारतीय संस्कृति के वैदिक शास्त्रों से प्राप्त हुई हो, शिक्षा का मनुष्य के व्यक्तित्व के निर्माण में बड़ी...
क्या वास्तव में भारत में बेरोजगारी चरम पर है?
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क्या वास्तव में भारत में बेरोजगारी चरम पर है?

भारत में बेरोजगारी कोई नया विषय नहीं है। यह वर्षों से चर्चा का केंद्र बना हुआ है और राजनीतिक दलों द्वारा सत्ता परिवर्तन के लिए एक मुद्दे के रूप में उपयोग किया जाता रहा है। लेकिन असल सवाल यह है कि **क्या वास्तव में देश में बेरोजगारी चरम पर है, या फिर समस्या किसी और चीज़ में है?** यदि हम गहराई से इस विषय पर विचार करें, तो पाएंगे कि बेरोजगारी से अधिक **काम करने की इच्छा, परिश्रम की भावना और अपने कौशल को निखारने की ललक की कमी एक बड़ी समस्या बन चुकी है।** मैंने विभिन्न क्षेत्रों में इस विषय पर शोध किया है और अपने अनुभवों के आधार पर कुछ महत्वपूर्ण बिंदु प्रस्तुत कर रहा हूँ। **1. असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की मानसिकता** हमारे देश का एक बड़ा हिस्सा असंगठित क्षेत्र में काम करता है, जिसमें दिहाड़ी मजदूर भी शामिल हैं। पहले के समय में मजदूर काम की तलाश में भटकते थे, लेकिन आज उन्हें काम मिलने ...
जय शाह बने MCC के सदस्य
Editorial

जय शाह बने MCC के सदस्य

भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व का क्षण है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह को दुनिया की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित क्रिकेट संस्था, मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) की वर्ल्ड क्रिकेट कमेटी का सदस्य बनाया गया है। यह समिति वैश्विक क्रिकेट के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लेने और खेल के विकास की दिशा में नीतियां बनाने का कार्य करती है। जय शाह की इस नियुक्ति को भारतीय क्रिकेट की बढ़ती प्रतिष्ठा और प्रभाव का प्रतीक माना जा सकता है। जय शाह ने बीसीसीआई में अपने कार्यकाल के दौरान भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का प्रयास किया है। उनकी दूरदर्शी सोच और प्रशासनिक क्षमता ने भारतीय क्रिकेट को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी साख भी बढ़ाई। MCC की वर्ल्ड क्रिकेट कमेटी में शामिल होना एक बड़ी जिम्मेदारी है। इस समिति का कार्य न केवल क्रिकेट के खेल को अ...
नीति आयोग का वित्तीय स्वास्थ्य सूचकांक: राज्यों की आर्थिक प्रगति का दर्पण
Editorial

नीति आयोग का वित्तीय स्वास्थ्य सूचकांक: राज्यों की आर्थिक प्रगति का दर्पण

नीति आयोग द्वारा जारी किया गया वित्तीय स्वास्थ्य सूचकांक भारतीय राज्यों की आर्थिक प्रगति और वित्तीय प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण मानक है। इस सूचकांक में ओडिशा, छत्तीसगढ़ और गोवा ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जो उनके कुशल आर्थिक संचालन और मजबूत वित्तीय प्रबंधन को दर्शाता है। इस सूचकांक का मुख्य उद्देश्य राज्यों की वित्तीय स्थिरता, खर्च नियंत्रण, राजस्व संग्रह और कर्ज प्रबंधन का आकलन करना है। इसमें उन राज्यों को प्राथमिकता दी गई है, जो अपने संसाधनों का प्रभावी उपयोग करते हुए आर्थिक स्थिरता बनाए रखने में सफल रहे हैं। ओडिशा और छत्तीसगढ़ ने योजनागत खर्च और वित्तीय अनुशासन में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, जबकि गोवा ने अपने राजस्व संग्रह और पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है। यह सूचकांक राज्यों को बेहतर वित्तीय प्रबंधन की दिशा में प्रेरित करता है। इसके जरिए न केवल राज्यों की उपलब्धियों को ...
मध्य प्रदेश में पटवारियों के वेतन वितरण में अनियमितता: प्रशासनिक सुधार की दरकार
Editorial, Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश में पटवारियों के वेतन वितरण में अनियमितता: प्रशासनिक सुधार की दरकार

भोपाल:मध्य प्रदेश में पटवारियों का वेतन और इससे जुड़े विवाद हाल ही में चर्चा का विषय बने हुए हैं। राज्य के विभिन्न जिलों से वेतन वितरण में अनियमितताओं की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे पटवारी वर्ग में असंतोष बढ़ रहा है। वेतन वितरण में देरी से बढ़ा असंतोष विदिशा जिले के लगभग 300 सहायक पटवारियों को पिछले चार महीनों से वेतन नहीं मिला है। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब उन्होंने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। इसी तरह हरदा जिले में पटवारियों ने बताया कि उन्हें पिछले पांच महीनों से वेतन और अन्य भत्तों का भुगतान नहीं किया गया है। पटवारियों का कहना है कि वे राज्य के सबसे अहम राजस्व विभाग के लिए काम करते हैं, लेकिन वेतन में देरी उनके जीवन को प्रभावित कर रही है। पटवारियों की जिम्मेदारी और वेतन स्थिति मध्य प्रदेश में पटवारियों की जिम्मेदारी राजस्व अभिलेखों का प्रबंधन, भूमि की माप...