Monday, December 1

Karnataka

करोड़ों की जमीन का विवाद: चार ‘राधा’ और 39 साल पुराना रहस्य
Karnataka, State

करोड़ों की जमीन का विवाद: चार ‘राधा’ और 39 साल पुराना रहस्य

बेंगलुरु: बेंगलुरु के होसकोटे के पास बंदपुरा गांव में स्थित 12 एकड़ की जमीन अब विवाद का केंद्र बन गई है। इस संपत्ति के चार दावेदार हैं – और इनमें सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि सभी का नाम राधा है। सभी का दावा है कि वे इस जमीन की असली मालकिन एस. कृष्णन की पत्नी राधा हैं। एस. कृष्णन की 1986 में मृत्यु हो गई थी और उनके निधन के बाद उनकी पत्नी राधा को जमीन की वैध मालकिन माना गया। लेकिन अब 20 करोड़ रुपए कीमत वाली इस संपत्ति पर कब्जा जताने के लिए चार महिलाओं ने अलग-अलग दावे ठोंक दिए हैं। पहली ‘राधा’ अब नहीं सबसे पहला मामला 2023 में उजागर हुआ। राधा के बच्चों ने जमीन को रियल एस्टेट फर्म को बेच दिया था। लेकिन जांच में सामने आया कि जिस राधा के नाम पर गिफ्ट डीड बनाई गई, वह डीड बनने से पहले ही देहांत हो चुकी थी। इस मामले में रियल एस्टेट एग्जीक्यूटिव अश्विन संचेती को गिरफ्तार किया गया, जिसे ...
बिहार चुनाव 2025: आधी आबादी को नहीं मिला एक चौथाई प्रतिनिधित्व, विधानसभा में कितनी हैं महिला विधायक?
Bihar, Karnataka, Politics, State

बिहार चुनाव 2025: आधी आबादी को नहीं मिला एक चौथाई प्रतिनिधित्व, विधानसभा में कितनी हैं महिला विधायक?

पटना, 1 दिसंबर। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में आधी आबादी ने एनडीए को भारी बहुमत दिलाने में अहम भूमिका निभाई, लेकिन खुद के लिए प्रतिनिधित्व का दायरा बढ़ाने में वे नाकाम रहीं। न तो चुनावी मैदान में महिलाओं की पर्याप्त भागीदारी दिखी और न ही जीत में उनका अनुपात बढ़ पाया। कुल महिला उम्मीदवारों और विजयी विधायकों का आंकड़ा अभी भी पुरुषों की तुलना में बेहद कम है। उम्मीदवारी में बड़ी असमानता इस चुनाव में जहां 2,357 पुरुष मैदान में थे, वहीं केवल 258 महिलाएं चुनाव लड़ रही थीं। प्रमुख दलों में सबसे अधिक महिला उम्मीदवार उतारने का दावा राजद ने किया। तेजस्वी यादव ने 23 महिलाओं को टिकट दिया। कांग्रेस ने 6, वीआईपी और वामदलों ने कुल 2 महिलाओं को उतारा। एनडीए में किसने दिया कितना टिकट? एनडीए में बीजेपी और जेडीयू ने समान रूप से 13-13 महिलाओं को टिकट देकर आधी आबादी का प्रतिनिधित्व बढ़ाने का प्रयास क...
इडली-सांभर के बीच भाजपा पर बरसे शिवकुमार-सिद्धारमैया, राजनीतिक गलियारों में हलचल
Karnataka, Politics, State

इडली-सांभर के बीच भाजपा पर बरसे शिवकुमार-सिद्धारमैया, राजनीतिक गलियारों में हलचल

बेंगलुरु: कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे नेतृत्व संकट के बीच शनिवार को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आधिकारिक आवास कावेरी में नाश्ते की बैठक की। इस हाई-प्रोफाइल बैठक में दोनों नेताओं ने मिलकर इडली-सांभर का नाश्ता किया और आपसी मतभेदों को सुलझाने पर चर्चा की। सिद्धारमैया का बयान:नाश्ते के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भाजपा और जेडीएस पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और जेडीएस को झूठे आरोप लगाने की आदत है। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही है, लेकिन उनके पास केवल 60 और 18 विधायक हैं। हमारे पास 140 विधायक हैं। यह केवल निरर्थक कवायद है और हम उनके झूठे आरोपों का सामना करेंगे।” डीके शिवकुमार का रुख:उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बैठक से पहले मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं बाद में बात करूंगा, फिलहाल मुख्यमंत्री सिद्धा...
कर्नाटक में शीतकालीन सत्र में पेश होगा रोहित वेमुला बिल, कॉलेजों में जाति-आधारित भेदभाव पर लगेगा अंकुश
Karnataka, State

कर्नाटक में शीतकालीन सत्र में पेश होगा रोहित वेमुला बिल, कॉलेजों में जाति-आधारित भेदभाव पर लगेगा अंकुश

बेंगलुरु: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार 8 दिसंबर से बेलगावी में शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र में रोहित वेमुला (बहिष्कार या अन्याय निवारण) विधेयक, 2025 पेश करने जा रही है। यह विधेयक हैदराबाद विश्वविद्यालय में दलित पीएचडी छात्र रोहित वेमुला की याद में लाया जा रहा है, जिन्होंने लगभग एक दशक पहले उत्पीड़न और मानसिक दबाव के चलते आत्महत्या कर ली थी। बिल का उद्देश्य:इस विधेयक का मुख्य उद्देश्य राज्य के सरकारी और निजी कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों में जाति-आधारित भेदभाव और उत्पीड़न को रोकना है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दबाव के बाद सरकार ने इस कदम को तेज किया है। किस तरह काम करेगा कानून:मसौदे के अनुसार, किसी भी छात्र, शिक्षक या गैर-शिक्षण कर्मचारी को अगर जातिगत उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है, तो वह नई समता समिति में शिकायत दर्ज करा सकता है। ज़रूरत पड़ने पर मामला जिला या हाई कोर्ट तक भी ल...
कर्नाटक में सत्ता की रस्साकशी: सीएम की कुर्सी किसके पास जाएगी? सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार — जानिए कांग्रेस के पास अभी कितने विधायक
Karnataka, Politics, State

कर्नाटक में सत्ता की रस्साकशी: सीएम की कुर्सी किसके पास जाएगी? सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार — जानिए कांग्रेस के पास अभी कितने विधायक

बेंगलुरु। कर्नाटक में सत्ता के शीर्ष पद को लेकर कांग्रेस के भीतर चल रहा संघर्ष अब चरम पर पहुंच चुका है। 2023 के विधानसभा चुनाव के बाद बने ढाई-ढाई साल वाले फॉर्मूले के अनुसार अब मुख्यमंत्री पद डीके शिवकुमार को सौंपने की चर्चा जोर पकड़ रही है। वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया साफ शब्दों में कह चुके हैं कि जनता ने उन्हें पूरे पांच साल का जनादेश दिया है। दोनों गुटों के समर्थक विधायकों की बयानबाजी से माहौल और गर्म हो गया है। ■ कांग्रेस के पास कितने विधायक हैं? 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में 135 सीटें जीती थीं।बाद के उपचुनावों में दो और सीटें जीतने के बाद कांग्रेस की कुल संख्या 137 विधायक हो गई।यानी सत्ता का गणित फिलहाल कांग्रेस के पक्ष में है और मुख्यमंत्री पद को लेकर अंतिम फैसला विधायक दल और हाईकमान—दोनों पर निर्भर करता है। दूसरी तरफ बीजेपी...
कर्नाटक में सीएम कुर्सी की जंग में मठों की एंट्री, बढ़ा जातिगत तनाव कांग्रेस का अंदरूनी विवाद अब सार्वजनिक संघर्ष में तब्दील
Karnataka, Politics, State

कर्नाटक में सीएम कुर्सी की जंग में मठों की एंट्री, बढ़ा जातिगत तनाव कांग्रेस का अंदरूनी विवाद अब सार्वजनिक संघर्ष में तब्दील

बेंगलुरु। कर्नाटक कांग्रेस में मुख्यमंत्री बदलने की उठी सरगर्मी अब जातिगत टकराव के नए दौर में प्रवेश करती दिखाई दे रही है। उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बीच पावर ट्रांसफर को लेकर चल रही मौन खींचतान में अब अलग-अलग मठों के प्रमुख खुले मैदान में उतर आए हैं। धार्मिक गुरुओं की इस हस्तक्षेप ने राजनीतिक मुद्दे को सीधा जातिगत पहचान और समुदाय आधारित समर्थन की दिशाओं में मोड़ दिया है। ■ वोक्कालिगा मठ का खुला समर्थन—‘डीके शिवकुमार को सीएम बनना चाहिए’ हसन जिले में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में वोक्कालिगा महासंस्थान के प्रमुख श्री निर्मलानंदनाथ स्वामीजी ने साफ शब्दों में कहा कि डी.के. शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि वोक्कालिगा समुदाय ने राज्य को कई बड़े नेता दिए हैं और डीकेएस की मेहनत व संगठनात्मक क्षमता को देखते हुए उन्हें कार्यकाल के बचे...
IAS महांतेश बिलगी सड़क हादसे में मृत्यु: ड्राइवर पर रैश ड्राइविंग का केस दर्ज, अचानक स्टीयरिंग मोड़ना बना वजह
Karnataka, State

IAS महांतेश बिलगी सड़क हादसे में मृत्यु: ड्राइवर पर रैश ड्राइविंग का केस दर्ज, अचानक स्टीयरिंग मोड़ना बना वजह

बेंगलुरु। कर्नाटक के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी महांतेश बिलगी और उनके तीन रिश्तेदारों की मौत वाले सड़क हादसे में पुलिस ने ड्राइवर के खिलाफ रैश ड्राइविंग व लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर लिया है। 25 नवंबर को जवेगी तालुका में हुए इस हादसे की शुरुआती जांच में तेज रफ्तार और अचानक स्टीयरिंग मोड़ने को दुर्घटना का मुख्य कारण बताया गया है। तेज रफ्तार में कार पुलिया से भिड़कर पलटी कर्नाटक स्टेट मिनरल्स कॉरपोरेशन लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर महांतेश बिलगी अपने रिश्तेदारों के साथ रामदुर्ग जा रहे थे। पुलिस के अनुसार, गाड़ी सड़क किनारे बनी एक पुलिया से टकराने के बाद अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में आईएएस अधिकारी के रिश्तेदार शंकर बिलगी और ईरन्ना बिलगी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि महांतेश बिलगी ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। तीसरे घायल रिश्तेदार की भी बुधवार सुबह उपचार के दौरान मृत्यु ...
कर्नाटक में सीएम कुर्सी पर दांव: डीके की याद दिलाई 2023 की डील, सिद्धारमैया का प्लान बी एक्टिवेट
Karnataka, Politics, State

कर्नाटक में सीएम कुर्सी पर दांव: डीके की याद दिलाई 2023 की डील, सिद्धारमैया का प्लान बी एक्टिवेट

बेंगलुरु/दिल्ली: कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस में चल रही खींचतान बढ़ती जा रही है। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने 2023 में अपने वादे की याद दिलाई, जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपना प्लान बी एक्टिवेट कर हाईकमान पर दबाव बढ़ा दिया। कांग्रेस के लिए संसद के शीतकालीन सत्र से पहले इस मसले पर फैसला करना जरूरी है, और राहुल गांधी के पास केवल 48 घंटे बचे हैं। 2023 की ढाई साल वाली डील कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के बाद कांग्रेस आलाकमान ने डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के लिए ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला तय किया था। डील के तहत पहले ढाई साल सिद्धारमैया को सीएम पद मिला, जबकि डीके ने डिप्टी सीएम के रूप में अपनी भूमिका निभाई। अब ढाई साल पूरे होने के बाद डीके ने ट्वीट कर हाईकमान को वचन की याद दिलाई और अपने समर्थक विधायकों के संदेश भेजे। सिद्धारमैया ने भी किया दांव ...
पुरानी संस्कृति और मॉडर्न साइंस का संगम है सनातन धर्म: श्री श्री रविशंकर
Karnataka, State

पुरानी संस्कृति और मॉडर्न साइंस का संगम है सनातन धर्म: श्री श्री रविशंकर

आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा कि सनातन धर्म की वास्तविक शक्ति उसकी प्राचीन परंपराओं और आधुनिक विज्ञान के संतुलन में निहित है। बेंगलुरु से सटे जिगनी–हरोहल्ली रोड स्थित इंदलवाड़ी गांव में आयोजित एक विशाल सत्संग में हजारों लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रकृति संरक्षण और जीवन मूल्यों पर जोर दिया। उन्होंने कहा,"मॉडर्न साइंस और पुरानी संस्कृति का मेल ही सनातन धर्म की नींव है। जमीन, भाषा, मिट्टी और पानी की रक्षा करना हम सबका फर्ज है।" योग है हर समस्या का समाधान गुरुदेव ने बढ़ती शारीरिक और मानसिक बीमारियों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि तनाव, गुस्सा और अवसाद जैसी समस्याओं का समाधान योग और मेडिटेशन के माध्यम से संभव है। उन्होंने कहा,"गुस्सा हमें कमजोर बनाता है। जीवन में मजबूत इरादा और संतुलन बनाने के लिए योग और मेडिटेशन जरूरी है।" उ...
बेंगलुरु कैश वैन लूट: 7.11 करोड़ रुपये बरामद, कांस्टेबल समेत 9 गिरफ्तार
Karnataka, State

बेंगलुरु कैश वैन लूट: 7.11 करोड़ रुपये बरामद, कांस्टेबल समेत 9 गिरफ्तार

बेंगलुरु, 26 नवंबर 2025: बेंगलुरु पुलिस ने दिनदहाड़े हुई कैश वैन लूट मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने लूटी गई पूरी 7.11 करोड़ रुपये की रकम बरामद कर ली है। इस मामले में कांस्टेबल समेत कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। घटना की पृष्ठभूमि:यह लूट 19 नवंबर 2025 को बेंगलुरु में हुई थी। पांच-छह बदमाश, जो आरबीआई अधिकारी का रूप धारण किए हुए थे, ने साउथ बेंगलुरु की एक कैश वैन से 7.1 करोड़ रुपये लूट लिए थे। यह घटना एक व्यस्त फ्लाईओवर पर दिनदहाड़े हुई थी, जिसने शहर में सनसनी फैला दी थी। गिरफ्तारी और बरामदगी: घटना के दो दिन बाद तीन मुख्य संदिग्ध पकड़े गए, जिनके पास से 5.76 करोड़ रुपये बरामद हुए। 23 नवंबर को हैदराबाद के नामपल्ली मेट्रो स्टेशन के पास तीन और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से 54.74 लाख रुपये मिले। सोमवार को एक संदिग्ध को हलेसु झील के पास फ्लैट से और ...