Monday, December 22

कोडीन कफ सिरप मामले में सपा पर गरजे सीएम योगी, बोले– बुलडोजर भी चलेगा, तब हंगामा मत करना

 

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में सोमवार को कोडीन कफ सिरप मामले को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। समाजवादी पार्टी के हमलों के जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जोरदार पलटवार करते हुए साफ शब्दों में कहा कि इस मामले में भी बुलडोजर कार्रवाई होगी, और जब ऐसा होगा तो सपा नेताओं को चिल्लाने का कोई हक नहीं होगा।

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के विधायकों ने कोडीन कफ सिरप के कथित दुरुपयोग से सैकड़ों मौतों का आरोप लगाते हुए सरकार को घेरा। सपा विधायकों ने सदन के अंदर और बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार पर मामले को दबाने के आरोप लगाए। हालात इतने बिगड़ गए कि विपक्षी सदस्य बेल तक पहुंच गए।

प्रश्नकाल में उठा मामला

प्रश्नकाल के दौरान सपा विधायक अतुल प्रधान ने कोडीन कफ सिरप का मुद्दा उठाते हुए दावा किया कि इस नशीले कफ सिरप के मुख्य आरोपी का संबंध भाजपा से है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब तक मामला सामान्य था तब तक कार्रवाई हुई, लेकिन जैसे ही भाजपा का नाम सामने आया, कार्रवाई धीमी कर दी गई। अतुल प्रधान ने सरकार से सवाल किया कि जिस सरकार की पहचान बुलडोजर कार्रवाई से है, उसका बुलडोजर इस केस में क्यों नहीं चला।

सीएम योगी का तीखा जवाब

सपा विधायक के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं खड़े हुए और विपक्ष को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कोडीन कफ सिरप मामला वर्ष 2016 का है, जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और उसी दौरान संबंधित कफ सिरप वितरक को लाइसेंस जारी किया गया था।

सीएम योगी ने कहा कि इस मामले में पैसों के लेन-देन की जांच में लोहिया वाहिनी से जुड़े एक पदाधिकारी का नाम सामने आया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जांच पूरी तरह से चल रही है और सच्चाई की तह तक जाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट में इस मामले को एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज कराने की सरकार की दलील को स्वीकार किया गया है।

मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में कहा,
“जब इस मामले में बुलडोजर चलेगा, तब आप लोग चिल्लाना मत।”

सदन में बढ़ा हंगामा

मुख्यमंत्री के बयान के बाद सदन में हंगामा और तेज हो गया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में कोडीन कफ सिरप से एक भी मौत नहीं हुई है और विपक्ष बेवजह माहौल खराब कर रहा है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया है।

विधानसभा अध्यक्ष की सख्ती

लगातार हो रहे हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सरकार की ओर से स्थिति स्पष्ट कर दी गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि विपक्षी सदस्य अपनी सीटों पर वापस नहीं लौटे तो उन्हें कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इसके बाद सदन की कार्यवाही दोबारा सुचारू हो सकी।

निष्कर्ष

कोडीन कफ सिरप मामले ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश विधानसभा को सियासी अखाड़े में बदल दिया। जहां विपक्ष सरकार पर आरोप लगा रहा है, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आक्रामक तेवर दिखाते हुए साफ कर दिया है कि जांच होगी और दोषी बख्शे नहीं जाएंगे—चाहे बुलडोजर चलाना ही क्यों न पड़े।

 

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