खंडवा में स्वास्थ्य तंत्र की लापरवाही ने छीनी 30 वर्षीय युवक की जान; एम्बुलेंस न मिलने पर बैलगाड़ी पर अस्पताल ले जाने की कोशिश
खंडवा: जिले के आदिवासी बहुल क्षेत्र रोशनी में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही ने एक परिवार को गहरा सदमा दिया। 30 वर्षीय सुरेंद्र ओझा की तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजनों ने तत्काल 108 एम्बुलेंस को बुलाया, लेकिन कई घंटों तक कोई सहायता नहीं पहुंची। अंततः मजबूरी में परिजन और ग्रामीण बैलगाड़ी पर मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन रास्ते में ही सुरेंद्र की मौत हो गई।
मानवीय प्रयासों के बावजूद बेबसी:दुखद यह था कि मौके पर बैल नहीं था। ग्रामीणों ने बैलगाड़ी को अपने कंधों पर खींचते हुए सुरेंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रौशनी तक पहुँचाने की पूरी कोशिश की। अस्पताल पहुंचने तक सुरेंद्र अंतिम सांस ले चुके थे। इस दर्दनाक घटना का वीडियो किसी युवक ने अस्पताल परिसर में रिकॉर्ड किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुली:ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई नई बात नहीं है। एम्बुलेंस अक्सर...









