जैश-ए-मोहम्मद के लिए भर्ती करता था मौलवी इरफान, पढ़े-लिखे युवाओं पर रखता था खास नजर
नई दिल्ली, 22 नवंबर। लाल किला धमाके की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार मौलवी इरफान अहमद को जैश-ए-मोहम्मद के मुख्य भर्तीकर्ता के तौर पर चिन्हित किया है। अधिकारियों के अनुसार, इरफान कथित रूप से एक ऐसे मॉड्यूल को तैयार कर रहा था, जिसे जांचकर्ता "व्हाइट कॉलर टेरर इकोसिस्टम" के नाम से जोड़कर देख रहे हैं। उसका फोकस विशेष रूप से पढ़े-लिखे, पेशेवर और सफेदपोश युवाओं पर था।
कैसे करता था संभावित लोगों की पहचान
जांच सूत्रों के मुताबिक, इरफान ने भर्ती के लिए तीन रणनीतियाँ अपनाई थीं—
व्यक्तिगत बातचीत के जरिए परख
संदिग्ध लोगों से सामान्य मुलाकात कर उनके विचार, असंतोष और कट्टर रुझानों को टटोलता था।
सोशल मीडिया की निगरानी
ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखकर संभावित संपर्क तलाशता था।
मस्जिदों में नियमित आने वाले युवा
अधिकारियों ने बताया कि यह तरीका ...









