
रौनक भैड़ा, नई दिल्ली/पुणे:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 128वें एपिसोड में Gen-Z द्वारा बनाए गए एक खास ड्रोन की तारीफ की। यह ड्रोन बिना GPS के उड़ सकता है और मंगल ग्रह जैसी परिस्थितियों में भी स्थिरता बनाए रखता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि यह ड्रोन ISRO के ‘IROC-U 2025 Robotics Challenge’ में तैयार किया गया था। प्रतियोगिता का नाम था ‘Fly Me on Mars’, जिसमें छात्रों को ऐसा ड्रोन बनाना था जो बाहरी मदद के बिना मंगल जैसी जगह पर उड़ सके। शुरुआती प्रयासों में ड्रोन बार-बार गिरता रहा, लेकिन पुणे इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर टेक्नोलॉजी की टीम ‘Galactic Gearheads’ ने हार नहीं मानी। अंततः उनका ड्रोन लिडार तकनीक से जमीन का मैप बनाकर सुरक्षित रास्ता चुनते हुए उड़ने में सफल रहा।
पीएम मोदी ने वीडियो देखकर कहा कि युवाओं का हौसला और मेहनत ही विकसित भारत की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने 2019 में चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर के असफल प्रयास का भी जिक्र किया और बताया कि उसी नाकामी से सीख लेकर चंद्रयान-3 में सफलता मिली।
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि स्पेस टेक्नोलॉजी में निजी कंपनियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने हैदराबाद में 27 नवंबर को शुरू हुए Skyrut Aerospace के Infinity Campus और कंपनी के पहले रॉकेट ‘विक्रम-1’ का भी जिक्र किया, जो सैटेलाइट को अंतरिक्ष में छोड़ सकता है।
इस तरह Gen-Z के नवाचार ने न केवल प्रधानमंत्री का ध्यान खींचा, बल्कि यह साबित किया कि भारत के युवा स्पेस और रोबोटिक्स के क्षेत्र में विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।