
बोधगया, 21 नवंबर। भारत और श्रीलंका के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच तीन दिवसीय आर्मी-टू-आर्मी स्टाफ वार्ता संपन्न हुई। इस बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को और मजबूत करना और क्षेत्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ करना था।
वार्ता का स्वरूप और प्रतिनिधिमंडल
श्रीलंका की ओर से छह-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ, जिसका नेतृत्व मेजर जनरल रवी पथिराविथाना, डायरेक्टर जनरल जनरल स्टाफ ने किया। भारतीय पक्ष की ओर से संबंधित सैन्य शाखाओं के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
तीन दिनों तक चली वार्ता में दोनों देशों के सैन्य कमांडर्स ने निम्नलिखित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की:
- संयुक्त सैन्य अभ्यासों की संख्या और दायरे को बढ़ाना
- आतंकवाद-रोधी अभ्यास और मानवीय सहायता एवं आपदा प्रबंधन
- सैनिकों के पेशेवर प्रशिक्षण, कोर्स एक्सचेंज और ट्रेनिंग प्रोग्राम विस्तार
- लॉजिस्टिक्स, संचार और तकनीकी सहयोग को मजबूत करना
- सीमा सुरक्षा, समुद्री सहयोग और नई तकनीक अपनाने के अवसर
साझेदारी के नए अवसर और दिशा
वार्ता में दोनों पक्षों ने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक संबंधों की विरासत को ध्यान में रखते हुए रक्षा सहयोग को नई दिशा देने पर जोर दिया। यह बैठक न केवल सैन्य संबंधों को सुदृढ़ करने का माध्यम बनी, बल्कि दोनों देशों के व्यापक रक्षा सहयोग को नई ऊर्जा भी प्रदान की।
अगले चरण की वार्ता 2026 में आयोजित की जाएगी, जिसमें अब तक तय किए गए सहयोगात्मक एजेंडों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। वर्तमान में, दोनों देशों की सेनाएं एक महत्वपूर्ण युद्धाभ्यास भी अंजाम दे रही हैं, जिसमें जवानों ने अत्याधुनिक ड्रिल और अभ्यास किए हैं।