
रवि सिन्हा, रांची: झारखंड राज्य के बैंकों में 1,490 करोड़ रुपये की बड़ी राशि बिना किसी दावेदार के पड़ी हुई है। इसे ‘अनक्लेम्ड डिपॉज़िट’ कहा जाता है। बैंक अब इस रकम के असली खाताधारकों या उनके कानूनी वारिसों की तलाश कर उन्हें पैसा वापस दिलाने में जुटे हैं। बैंक सूत्रों के मुताबिक, इस राशि से जुड़े खाताधारकों की संख्या 38,14,579 है।
कौन से जिले में सबसे ज्यादा पैसा पड़ा है:
स्टेट बैंकर्स कमेटी (एसएलबीसी) के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड के पांच प्रमुख जिलों में सबसे ज्यादा लावारिस जमा राशि इस प्रकार है:
| जिला | बिना दावे के जमा राशि (करोड़ रुपये) |
|---|---|
| रांची | 269.34 |
| धनबाद | 167.38 |
| पूर्वी सिंहभूम | 138.13 |
| पश्चिमी सिंहभूम | 100 |
| बोकारो | 93.54 |
कौन से बैंक में सबसे अधिक अनक्लेम्ड डिपॉजिट:
बैंकों के मामले में, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के पास सबसे ज़्यादा बिना दावे वाली राशि है। अन्य प्रमुख बैंकों की स्थिति इस प्रकार है:
| बैंक का नाम | बिना दावे के जमा राशि (करोड़ रुपये) |
|---|---|
| स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) | 530.96 |
| बैंक ऑफ इंडिया (BOI) | 406.83 |
| पंजाब नेशनल बैंक (PNB) | 122.14 |
| झारखंड ग्रामीण बैंक | 105.49 |
| इंडियन बैंक | 103.48 |
बैंकों की विशेष मुहिम:
बैंक अधिकारी अक्टूबर से दिसंबर तक चलने वाली छह-चरणीय विशेष मुहिम चला रहे हैं। इस अभियान के तहत खाताधारकों या उनके आश्रितों की पहचान करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। शाखाओं में पोस्टर और पैम्फलेट भी लगाए गए हैं ताकि लोग अपने अनक्लेम्ड डिपॉज़िट के बारे में जागरूक हों।
धनबाद के लीड बैंक के मैनेजर अमित कुमार ने बताया कि वे जनप्रतिनिधियों के साथ बैठकें कर लोगों तक जानकारी पहुंचा रहे हैं और अच्छा परिणाम मिला है।
आरबीआई का ‘उद्गम’ पोर्टल:
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भी खाताधारकों को अपने अनक्लेम्ड डिपॉज़िट की जांच करने में मदद कर रहा है। इसके लिए ‘उद्गम’ पोर्टल उपलब्ध है, जहां लोग फॉर्म भरकर अपने बैंक में पड़े लावारिस पैसे की जांच कर सकते हैं और राशि वापस प्राप्त कर सकते हैं।
खास टिप: अगर आपके परिवार में कोई बैंक खाता लंबे समय से निष्क्रिय है, तो तुरंत अपना या अपने आश्रितों का खाता जांचें और पैसों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।