
गुरुग्राम। रियल एस्टेट सेक्टर में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार के करीबी माने जाने वाले बिल्डर अमित कात्याल को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें सोमवार को गुरुग्राम क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत हिरासत में लिया गया।
मंगलवार को विशेष अदालत ने कात्याल को छह दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया।
घर खरीदारों से धोखाधड़ी का बड़ा मामला
ईडी की नवीनतम कार्रवाई गुरुग्राम के सेक्टर-70 में करीब 14 एकड़ में बने ‘क्रिश फ्लोरेंस एस्टेट’ प्रोजेक्ट से जुड़ी है। यह परियोजना कात्याल की कंपनी एंगल इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित की जा रही थी।
आरोप है कि—
- कात्याल ने एक अन्य डेवलपर से धोखाधड़ी तरीके से लाइसेंस हासिल किया।
- DTCP की मंजूरी मिलने से पहले ही संभावित खरीदारों से करोड़ों की रकम वसूलनी शुरू कर दी।
- इस तरीके से लगभग 300 करोड़ रुपये की अपराध की आय उत्पन्न की गई।
प्रोजेक्ट 10 वर्ष से अधिक समय तक अधूरा पड़ा रहा और केवल तीन टावर ही तैयार हो सके। इसके चलते घर खरीदारों के संघ ने दिवालियापन की कार्यवाही शुरू कराई।
धन का दुरुपयोग और फर्जी बुकिंग का आरोप
जांच में सामने आया कि कात्याल ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए बनाई जा रही एक परियोजना में धोखाधड़ी वाली कई बुकिंग कीं और खरीदारों के पैसे का उपयोग अन्य जगहों पर किया, जिससे प्रोजेक्ट ठप हो गया।
ईडी के अनुसार—
- दिवालियापन की प्रक्रिया के दौरान 130 करोड़ रुपये मूल्य की दो एकड़ लाइसेंस प्राप्त भूमि को एक तीसरे पक्ष को कम कीमत पर बेचा गया।
- इसे IBC कानून का दुरुपयोग बताया गया है।
- एक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक से लिए गए बड़े ऋणों को धोखाधड़ी वाले लेनदेन द्वारा अन्यत्र मोड़ा गया, जिससे बैंक को करीब 80 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
अमित कात्याल को ईडी ने 2023 में भी गिरफ्तार किया था। वह मामला रेलवे के कथित ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले से जुड़ा था, जिसमें लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और उनके परिवार के कई सदस्य आरोपी हैं। बाद में कात्याल को इस केस में ज़मानत मिल गई थी।
एक और बड़ा मामला दर्ज
ईडी ने अगस्त में भी कात्याल के खिलाफ क्रिश रियलटेक के माध्यम से घर खरीदारों से 500 करोड़ रुपये की ठगी के तीसरे मामले में आरोपपत्र दायर किया था।