
भिलाई/रायपुर: भिलाई में आयोजित हनुमंत कथा के समापन समारोह के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने सरकारी विमान से यात्रा और धर्मांतरण के मुद्दों पर अपने विचार रखे। पांच दिनों तक चल रही कथा के दौरान शास्त्री विवादों में घिरे रहे।
कथा के अंतिम दिन शास्त्री ने कहा कि उनका दरबार लगाना कुछ लोगों को अंधविश्वास लगता है, लेकिन चादर चढ़ाना और कैंडल जलाना विश्वास माना जाता है। सरकारी विमान से आने को लेकर उठे सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “असली गुनहगार लाने वाला है, हम तो आने वाले हैं। देश को लूटने वाले घूम सकते हैं, लेकिन सनातन जगाने वाला, कैंसर अस्पताल बनाने वाला, बेटियों का विवाह करवाने वाला और नशा छुड़वाने वाला आदमी हवाई जहाज पर चढ़ने का अधिकारी नहीं है।”
शास्त्री ने धर्मांतरण के मुद्दे पर कहा कि कुछ लोग भोले-भाले हिंदुओं को लालच देकर उनका धर्म बदलवा रहे हैं। उन्होंने पुलिसकर्मी के सैल्यूट पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि वर्दी के अंदर भी इंसान होता है, उसकी आस्था का सम्मान होना चाहिए।
भूपेश बघेल ने चंदा लेने पर उठाया सवाल
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री और प्रदीप मिश्रा से चंदा लेना बंद करने की मांग की और सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया। बघेल ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री कई विवादित बयानों में घिरे रहे हैं और पत्रकारों को “खुजली वाले बयान” देते रहे।
उन्होंने शास्त्री को शास्त्रार्थ की चुनौती दी और कहा कि छत्तीसगढ़ के अन्य साधु-संत उनके साथ धर्म और अध्यात्म पर बहस कर सकते हैं। बघेल ने शास्त्री के ‘देश छोड़ दें’ वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह बीजेपी के एजेंट हैं।
पाँच दिन की कथा में विवादों की झड़ी
25 से 29 दिसंबर तक चले हनुमंत कथा कार्यक्रम में शास्त्री ने भक्तों को आशीर्वाद दिया और कई घटनाओं का जिक्र किया, जिसमें एक भक्त ने शादी न होने पर आशीर्वाद लेने की कोशिश की। शास्त्री ने भावुक होकर कहा कि किसी की हानि न हो और लोगों को सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।