
चलना स्वास्थ्य के लिए सबसे सरल और असरदार एक्सरसाइज है। लेकिन अक्सर हम इसे इतनी आदत से करते हैं कि मसल्स और दिमाग पर इसका असर सीमित रह जाता है। जानिए कैसे बस चलने के तरीके में छोटे बदलाव से आप अधिक लाभ उठा सकते हैं।
पीछे की ओर चलें – फायदे कई
एक्सरसाइज साइकोलॉजिस्ट जॉर्डन बोरमैन के अनुसार, रोजाना सीधा चलने पर हमारी कुछ मसल्स ही लगातार काम करती हैं, जिससे थकान और चोट का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन थोड़े समय के लिए पीछे की ओर चलने से अन्य मसल्स भी सक्रिय होती हैं और पैर की मसल्स पूरी तरह मजबूत होती हैं।
जोड़ों के लिए वरदान
पीछे चलने से क्वाड्स मसल्स ज्यादा एक्टिव रहती हैं, जिससे घुटनों पर दबाव कम पड़ता है। साथ ही हिप फ्लेक्सर्स की रेंज ऑफ मोशन बढ़ती है। इसलिए यह खासकर जोड़ों के दर्द और अर्थराइटिस से पीड़ित लोगों के लिए लाभकारी हो सकता है।
कैलोरी बर्न और हार्ट रेट
पीछे की ओर चलना शरीर के लिए एक चुनौती होती है। इसे पूरा करने के लिए शरीर अधिक मेहनत करता है, हार्ट रेट बढ़ती है और सामान्य चलने की तुलना में ज्यादा कैलोरी बर्न होती है।
पोश्चर में सुधार
आधुनिक जीवनशैली में आगे झुककर चलना आम बात हो गई है। उल्टा चलने पर शरीर को सीधा रखना पड़ता है, जिससे पोश्चर सुधरता है और मसल्स में स्ट्रेचिंग होती है।
दिमाग के लिए फायदेमंद
पीछे की ओर चलने पर मस्तिष्क और मसल्स को समन्वय करने की जरूरत होती है। इससे फोकस और कॉन्संट्रेशन बढ़ता है और दिमाग की कार्य क्षमता तेज होती है।
नोट: यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य सुझाव के लिए है। किसी भी तरह की बीमारी या इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है।