
अगर आप अपनी प्रेग्नेंसी के नौंवे महीने में हैं और सांस फूलने की समस्या से परेशान हैं, तो यह जानना जरूरी है कि यह एक सामान्य स्थिति हो सकती है। गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. तान्या गुप्ता के अनुसार, इस समय महिलाओं में सांस फूलना बहुत आम है, लेकिन सही तरीके से इसका समाधान किया जा सकता है।
क्यों होती है सांस फूलने की समस्या?
जैसे-जैसे प्रेग्नेंसी आगे बढ़ती है और महिला तीसरे ट्राइमेस्टर में पहुंचती है, यूट्रस (गर्भाशय) बढ़ने लगता है। इसका दबाव फेफड़ों पर पड़ता है, जिससे वे ज्यादा हवा नहीं रोक पाते। यही कारण है कि चलने-फिरने, उठने-बैठने या बात करते समय सांस फूलने लगती है।
एक्सपर्ट की सलाह
डॉ. तान्या गुप्ता बताती हैं कि इस समय घबराने की जरूरत नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण उपाय हैं:
धीरे-धीरे बोलें: एक साथ ज्यादा बोलने से सांस जल्दी फूलती है।
प्रणायाम करें: गहरी-गहरी सांस लेने की तकनीक अपनाएं। यह फेफड़ों को ज्यादा ऑक्सीजन लेने में मदद करती है और राहत देती है।
नोट: यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य सुझाव के लिए है। अगर सांस फूलना असामान्य रूप से बढ़ जाए या किसी अन्य लक्षण के साथ हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।