
पटना।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। चुनाव आयोग के मुताबिक, शाम 6 बजे तक कुल औसतन 64 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। इस चरण में वे 5 सीटें भी शामिल थीं, जहां 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत-हार का फासला 1000 वोटों से भी कम रहा था। ये सीटें हैं — बखरी, बरबीघा, भोरे, मटिहानी और हिलसा।
पिछले चुनाव में इनमें से तीन सीटें जेडीयू, एक सीपीआई और एक एलजेपी के खाते में गई थीं। वहीं इस बार भी इन सीटों पर दिलचस्प और रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहे हैं।
1. बखरी सीट (बेगूसराय) — सीपीआई बनाम बीजेपी (लोजपा रामविलास)
2020 में सीपीआई ने यहां बीजेपी को महज 777 वोटों से हराया था। इस बार सीट बीजेपी ने लोजपा (रामविलास) को दे दी है, जबकि सीपीआई ने फिर से अपने मौजूदा विधायक सूर्यकांत पासवान पर भरोसा जताया है।
इस बार मतदान प्रतिशत: 68.88%
2. बरबीघा सीट (शेखपुरा) — तिकोना मुकाबला बना रोमांचक
पिछले चुनाव में जेडीयू के सुदर्शन कुमार ने कांग्रेस के त्रिशूलधारी सिंह को सिर्फ 113 वोटों से हराया था।
इस बार जेडीयू ने नया चेहरा कुमार पुष्पंजय को उतारा है, जबकि कांग्रेस ने फिर से त्रिशूलधारी सिंह को मैदान में उतारा है। वहीं सुदर्शन कुमार निर्दलीय रूप से ताल ठोंक रहे हैं, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
इस बार मतदान प्रतिशत: 61.44%
3. भोरे सीट (गोपालगंज) — जेडीयू बनाम सीपीआई(एमएल)
2020 में जेडीयू के सुनील कुमार ने सीपीआई(एमएल) के जितेंद्र पासवान को मात्र 462 वोटों से हराया था।
इस बार जेडीयू ने सुनील कुमार पर फिर भरोसा जताया है, जबकि सीपीआई(एमएल) ने धनंजय (पूर्व जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष) को उम्मीदवार बनाया है।
इस बार मतदान प्रतिशत: 62.54%
4. मटिहानी सीट (बेगूसराय) — दलबदल के बाद बदला समीकरण
2020 में एलजेपी के राजकुमार सिंह ने जेडीयू के नरेंद्र सिंह (बोगो सिंह) को 333 वोटों से हराया था।
अब राजकुमार सिंह ने जेडीयू का दामन थाम लिया, जबकि बोगो सिंह राजद उम्मीदवार बन गए हैं। इस दलबदल के बाद सीट पर मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।
इस बार मतदान प्रतिशत: 69.47%
5. हिलसा सीट (नालंदा) — सिर्फ 12 वोट से बनी थी जीत!
2020 का सबसे करीबी मुकाबला हिलसा में हुआ था, जहां जेडीयू के कृष्णमुरारी शरण (प्रेम मुखिया) ने राजद के अत्री मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव को केवल 12 वोटों से हराया था।
इस बार भी दोनों पुराने प्रतिद्वंदी आमने-सामने हैं, जिससे यह सीट एक बार फिर चर्चा में है।
इस बार मतदान प्रतिशत: 61.82%
औसतन 65% मतदान, ग्रामीण इलाकों में दिखा जोश
इन पांचों सीटों पर औसतन 65% से अधिक मतदान हुआ है। ग्रामीण इलाकों में मतदान की रफ्तार तेज रही, जबकि शहरी क्षेत्रों में अपेक्षाकृत कम वोटिंग दर्ज की गई।
चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण का मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण और उत्साहजनक रहा।