Thursday, November 6

Orkla India IPO: बिडिंग में दिखा जोश, लिस्टिंग के दिन केवल 3% प्रीमियम

मुंबई: फूड इंडस्ट्री की कंपनी ऑर्क्ला इंडिया (Orkla India) के शेयर आज IPO प्राइस से केवल 3% प्रीमियम पर लिस्ट हुए। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त समर्थन मिला था, लेकिन लिस्टिंग के दिन शेयर का प्रदर्शन अपेक्षानुसार नहीं रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनी का अगला प्रदर्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि क्या वह अपनी डबल-डिजिट कमाई की ग्रोथ को बनाए रख सकती है और अपने वितरण नेटवर्क को दक्षिण भारत से आगे बढ़ा सकती है।

बिडिंग में उत्साह

ऑर्क्ला इंडिया का 1,667 करोड़ रुपये का IPO बेहद सफल रहा। 29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक खुले इस इश्यू को 48.7 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। इसमें संस्थागत निवेशकों की मांग सबसे ज़्यादा रही। QIB का हिस्सा 117.6 गुना, NII का हिस्सा 54.4 गुना और रिटेल निवेशकों का हिस्सा 7 गुना सब्सक्राइब हुआ।

लिस्टिंग पर मिली हल्की बढ़त

NSE पर शेयर की शुरुआत 750.10 रुपये पर हुई, जबकि BSE पर यह 751.50 रुपये पर खुला। IPO के दौरान GMV (ग्रॉस मार्केट प्रीमियम) 10% से अधिक बताया गया था, लेकिन लिस्टिंग के दिन यह केवल 3% प्रीमियम पर रहा।

विशेषज्ञों की राय

विश्लेषकों का कहना है कि निवेशकों का उत्साह ऑर्क्ला की मजबूत ब्रांड वैल्यू, पैक्ड फूड्स और मसालों में उसकी लीडरशिप और नॉर्वे की मल्टीनेशनल कंपनी ऑर्क्ला ASA के समर्थन के कारण बढ़ा। कंपनी के पास कन्वीनियंस फूड्स, रेडी मिक्स और कंडिमेंट्स जैसे उत्पाद हैं, जो लगातार ग्रोथ में योगदान देते हैं।

प्रशांत तापसे, सीनियर VP रिसर्च, मेहता इक्विटीज़ के मुताबिक, “ऑर्क्ला इंडिया एक आकर्षक लॉन्ग-टर्म स्ट्रक्चरल ग्रोथ स्टोरी पेश करता है। जिन निवेशकों को शेयर मिले हैं, उन्हें इसे लंबे समय के लिए रखना चाहिए। वहीं, जिन निवेशकों को शेयर नहीं मिले हैं, वे लिस्टिंग के बाद थोड़ी गिरावट आने पर खरीद सकते हैं।”

एंकर निवेशकों की भागीदारी

ऑर्क्ला इंडिया ने 28 अक्टूबर को अपने 499.6 करोड़ रुपये के एंकर बुक में बड़े संस्थागत निवेशकों को आकर्षित किया। इसमें HDFC MF, SBI MF, ICICI प्रूडेंशियल MF, Kotak MF, Axis MF और आदित्य बिड़ला सन लाइफ MF जैसे फंड शामिल थे। विदेशी निवेशकों में सिंगापुर सरकार और नॉर्वे के गवर्नमेंट पेंशन फंड ग्लोबल ने भी हिस्सेदारी ली।

वित्तीय प्रदर्शन

कंपनी ने FY25 में 2,455 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल से 3% अधिक है। प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) 256 करोड़ रुपये रहा, जो 13% बढ़ोतरी दर्शाता है। EBITDA मार्जिन 16.6% और ROCE 32.7% है। IPO के ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी का वैल्यूएशन FY25 की कमाई के मुकाबले 31.7 गुना था।

निष्कर्ष:
भले ही लिस्टिंग पर शेयर केवल 3% प्रीमियम पर रहा, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि ऑर्क्ला इंडिया की मजबूत फंडामेंटल्स और ब्रांड वैल्यू इसे लंबी अवधि में निवेश के लिए आकर्षक बनाती हैं।

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