Thursday, December 4

साइबर अलर्ट: पाकिस्तान में गैर-सुरक्षित VPN ऐप्स पर जल्द लग सकता है बैन

इस्लामाबाद | पाकिस्तान में कुछ मोबाइल ऐप्स को लेकर सुरक्षा चिंताएं बढ़ रही हैं। सरकारी अधिकारियों और साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि इन ऐप्स के कारण देश में आतंकवाद, हैकिंग और डेटा चोरी जैसी घटनाओं में इजाफा हुआ है। पाक सरकार जल्द ही इन ऐप्स पर बैन लगाने की तैयारी कर रही है।

खतरे में कौनसे ऐप्स?

  • सरकारी अधिकारियों और विशेषज्ञों के अनुसार, सभी गैर-रजिस्टर्ड और असुरक्षित VPN ऐप्स पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं।
  • फ्री VPN ऐप्स चुपके से उपयोगकर्ताओं का डेटा इकट्ठा करते हैं और उसे बेच देते हैं।
  • इन ऐप्स के माध्यम से हैकर, ठग और आतंकवादी सोशल मीडिया पर गुमनाम रहकर काम कर सकते हैं।
  • फोन में वायरस, रैनसमवेयर और विदेशी सर्वर से निगरानी का डर भी बना रहता है।

पहले किन देशों में बैन?

  • भारत, दुबई, सऊदी अरब और बांग्लादेश ने पहले ही गैर-कानूनी VPN पर रोक लगा दी है।
  • पाकिस्तान के साइबर विशेषज्ञ भी यही तर्क देते हुए मांग कर रहे हैं कि केवल लाइसेंस प्राप्त VPN ही चलें।

कौनसी कंपनियों को मिला VPN लाइसेंस?

  • पाकिस्तान टेलीकॉम अथॉरिटी (PTA) ने 13 नवंबर से VPN कंपनियों को लाइसेंस देना शुरू कर दिया है।
  • अब केवल इन कंपनियों के VPN कानूनी और सुरक्षित होंगे:
  • Alpha 3 Cubic (Steer Lucid VPN)
  • Zettabyte (Crest VPN)
  • Nexilium Tech (Kestrel VPN)
  • UKI Conic Solutions (QuiXure VPN)
  • Vision Tech 360 (Kryptonyme VPN)

सरकारी चेतावनी

  • पाकिस्तान सरकार में राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा कि आतंकवादी VPN का इस्तेमाल करके गुमनाम सोशल मीडिया एक्टिविटी करते हैं।
  • उन्होंने स्पष्ट किया कि आईटी सेक्टर को नुकसान नहीं पहुँचाना है, इसलिए केवल रजिस्टर्ड और सुरक्षित VPN की अनुमति होगी।
  • रजिस्टर्ड VPN से ही देश की सुरक्षा और सही काम करने वालों की सुविधा सुनिश्चित हो सकेगी।

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