
घर के गद्दे, फर्नीचर और बेडरूम प्रोडक्ट बनाने वाली प्रमुख कंपनी वेकफिट इनोवेशन्स (Wakefit Innovations) अपना बहुप्रतीक्षित IPO अगले सप्ताह लेकर आ रही है। कंपनी ने SEBI के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल कर दिया है और यह इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग 8 दिसंबर 2025 को खुलेगा।
कब खुलेगा IPO और कितना जुटाएगी कंपनी?
वेकफिट का IPO 8 दिसंबर से 10 दिसंबर तक निवेशकों के लिए खुला रहेगा। उम्मीद है कि शेयर की लिस्टिंग 15 दिसंबर को होगी।
कंपनी इस ऑफर के माध्यम से ₹1400 करोड़ जुटाने की तैयारी में है।
इस IPO में ऑफर फॉर सेल (OFS) भी शामिल रहेगा, जिसके तहत लगभग 4.67 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे। इसमें संस्थापक अंकित गर्ग, चैतन्य रामलिंगेगौड़ा, Peak XV Partners और Verlinvest अपने कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे।
IPO की रकम कहां खर्च होगी?
कंपनी ने बताया कि जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल इन उद्देश्यों के लिए होगा—
- 117 नए रिटेल आउटलेट खोलने पर: ₹31 करोड़
- लीज खर्चों के भुगतान पर: ₹161 करोड़
- नई मशीनरी व उपकरण खरीदने पर: ₹15 करोड़
- मार्केटिंग और विज्ञापन पर: ₹108 करोड़
ध्यान देने योग्य बात यह है कि वेकफिट ने 2022 में ऑफलाइन रिटेल में कदम रखा था और सितंबर 2025 तक इसके 125 स्टोर हो चुके हैं।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
- अप्रैल–सितंबर 2025 की छमाही में वेकफिट का राजस्व ₹724 करोड़
- इसी अवधि में 35.5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ
- वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का राजस्व ₹1,274 करोड़, लेकिन ₹35 करोड़ का घाटा
क्या करती है वेकफिट?
2016 में स्थापित यह कंपनी गद्दे, तकिए और बेड फ्रेम जैसे उत्पादों से शुरू हुई थी। अब यह अपनी रेंज को बढ़ाकर निम्न उत्पाद भी बेचती है:
- सोफे
- डाइनिंग सेट
- अलमारी
- स्टडी टेबल
- बुकशेल्फ़
सितंबर 2025 तक कंपनी के कुल राजस्व का 65% हिस्सा अपने खुद के चैनलों से आया, जबकि बाकी बिक्री मार्केटप्लेस और मल्टी-ब्रांड आउटलेट्स से हुई।
किन कंपनियों से मुकाबला?
वेकफिट की सीधी टक्कर इन ब्रांडों से है—
- Sheela Foam (Sleepwell, Kurl-On)
- The Sleep Company (Premji Invest समर्थित)
- SleepyCat (Saama Capital समर्थित)
GMP क्या है?
फिलहाल प्राइस बैंड और लॉट साइज की घोषणा नहीं हुई है।
इसी वजह से ग्रे मार्केट में वेकफिट IPO को लेकर कोई गतिविधि नहीं दिख रही है और GMP शून्य बताया जा रहा है।
प्राइस बैंड तय होते ही GMP में हलचल आने की उम्मीद है।