
रोम: इटली की संसद ने मंगलवार को ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए फेमिसाइड को अपराध के रूप में मान्यता दे दी। फेमिसाइड वह गंभीर अपराध है जिसमें किसी महिला की उसके जेंडर के कारण हत्या कर दी जाती है। इस कानून को सत्ताधारी सेंटर-राइट मेजॉरिटी और सेंटर-लेफ्ट विपक्ष दोनों ने समर्थन दिया। प्रधानमंत्री जॉर्जियो मेलोनी ने कहा कि उनका लक्ष्य एक ऐसा इटली बनाना है, जहां कोई महिला कभी अकेली या डरी हुई न महसूस करे।
फेमिसाइड क्या है?
महिलाओं को निशाना बनाकर की जाने वाली हिंसा में फेमिसाइड सबसे गंभीर अपराध माना जाता है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार 2024 में लगभग 50,000 महिलाओं और लड़कियों को उनके करीबी पार्टनर या परिवार के सदस्यों ने मार डाला।
अलग कानून की जरूरत:
हालांकि ज्यादातर देशों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए कानून मौजूद हैं, लेकिन फेमिसाइड को जेंडर आधारित अपराध मानना एक नई पहल है। इस कानून के पीछे विचार यह है कि महिलाओं की लैंगिक पहचान अपराध के गंभीरता को बढ़ाती है, इसलिए इसे अलग आधार पर सजा दी जानी चाहिए।
एक केस ने बदला कानून:
इटली में यह कानून 2023 में हुई एक कॉलेज छात्रा की हत्या से प्रेरित होकर आया। उस छात्रा को उसके पूर्व बॉयफ्रेंड ने 70 बार चाकू मारकर मौत के घाट उतार दिया था। इस हिंसक घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया और महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कानून बनाने की मांग जोर पकड़ गई।
अंतरराष्ट्रीय संदर्भ:
मेक्सिको और अन्य देशों में भी इसी तरह की हिंसा के विरोध में प्रदर्शन हुए और महिलाओं की हत्या के खिलाफ सख्त कानून बनाए गए। विशेषज्ञों का कहना है कि फेमिसाइड की परिभाषा अपराध की गंभीरता और कानूनी कार्रवाई पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है।
आगे की चुनौतियां:
हालांकि कानून ऐतिहासिक है, लेकिन इसके असरदार होने के लिए कानूनी प्रणाली के अन्य पहलुओं में सुधार भी जरूरी है। इटली में संसद में एक और बहस चल रही है कि बिना सहमति का सेक्स रेप माना जाए या नहीं। कंजर्वेटिव लीग पार्टी ने इस पर आपत्ति जताई है और कहा है कि इससे कोर्ट में केसों की संख्या बढ़ सकती है।