
लखनऊ/जौनपुर: उत्तर प्रदेश में कोडीन युक्त फेन्सेडिल कफ सिरप और अन्य नशीली दवाओं की अवैध तस्करी के मामले में अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर उनकी और पूर्व सांसद धनंजय सिंह की वायरल तस्वीरों ने नया विवाद खड़ा कर दिया।
इस मामले में आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने धनंजय सिंह की भूमिका की जांच के लिए यूपी डीजीपी को पत्र लिखा था। विवाद के बीच, धनंजय सिंह ने शनिवार को अपने X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लंबा चौड़ा पोस्ट करते हुए सफाई दी। उन्होंने लिखा कि उनके कुछ राजनीतिक विरोधियों ने इस प्रकरण को लेकर भ्रामक तथ्य फैलाए हैं।
धनंजय सिंह ने कहा, “यह मामला वाराणसी से जुड़ा है और कुछ दलों ने झूठे आरोप लगाकर पीएम मोदी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। राज्य सरकार और विभिन्न एजेंसियां इसकी गहन जांच कर रही हैं, जिससे सच्चाई सामने आए।”
पूर्व सांसद ने आगे कहा, “चूंकि यह अंतरराज्यीय मामला है, मैं पीएम मोदी और सीएम योगी को पत्र लिखकर अनुरोध करूंगा कि सीबीआई जांच कराई जाए। ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके और झूठी अफवाहों पर विराम लग सके।”
अमिताभ ठाकुर ने बताया कि इस प्रकरण में जौनपुर के अमित टाटा के पीछे धनंजय सिंह की भूमिका लगातार सामने आ रही है। उनका कहना है कि जांच से स्पष्ट हो जाएगा कि कौन जिम्मेदार है और किसने किसके खिलाफ गलत आरोप फैलाए।