
नोएडा: दिल्ली के पास नोएडा में पुलिस ने एक महिला को उसके बॉयफ्रेंड के साथ पाया, जबकि उसके पति चार महीने से जेल में हत्या के झूठे आरोपों का सामना कर रहे थे। यह मामला बिहार के मोतिहारी से जुड़ा हुआ है।
शादी और गायब होना
गुंजा की शादी मार्च, 2025 में रंजीत के साथ हुई थी। शुरुआत में सबकुछ ठीक चला, लेकिन 3 जुलाई की रात सीसीटीवी फुटेज में गुंजा को ससुराल से अकेले बाहर निकलते देखा गया। खोजबीन के बावजूद उसका कोई पता नहीं चला। थककर रंजीत ने स्थानीय थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
मायके वालों ने लगाया हत्या का आरोप
गुंजा के मायके वालों ने रंजीत पर उसकी हत्या का आरोप लगा दिया। बिना गहन जांच के रंजीत को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया। मोतिहारी पुलिस ने चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल कर दी थी। यदि ट्रायल समय पर शुरू हो जाता, तो रंजीत को उम्रकैद की सजा हो सकती थी।
नोएडा में मिली गुंजा
रंजीत के घरवालों की लगातार खोजबीन के बाद गुंजा नोएडा में अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिली। इस घटना में मोतिहारी पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई, क्योंकि चार्जशीट दाखिल करने से पहले उन्होंने गुंजा की कोई जांच या लाश ढूंढने का प्रयास तक नहीं किया।
कहानी से सबक
यह मामला पुलिस जांच में लापरवाही और झूठे आरोपों के भयावह परिणाम को सामने लाता है। अगर सावधानी बरती गई होती, तो निर्दोष व्यक्ति जेल में महीनों नहीं काटता।