Friday, November 21

सद्गुरु का रिश्तों पर संदेश: धोखा मिलने पर गुस्सा छोड़ें, कहें ‘थैंक्यू’, बदल जाएगा नजरिया

नई दिल्ली। प्यार और रिश्तों में धोखा मिलना अक्सर दर्दनाक होता है, लेकिन सद्गुरु कहते हैं कि इसे नकारात्मक रूप में लेने के बजाय इसे एक सीख के रूप में स्वीकार करना चाहिए। उनका मानना है कि जब कोई आपको धोखा देता है, तो वह आपको आपके भ्रम से बाहर निकालता है। ऐसे में गुस्सा या शिकायत करने के बजाय उस व्यक्ति को धन्यवाद कहना चाहिए।

सद्गुरु ने कहा क्या:

सद्गुरु के अनुसार, धोखा देने वाले को “मुझे धोखा दिया” कहने की बजाय ‘थैंक्यू’ कहना चाहिए। इसका मतलब है कि जिस भ्रम में आप रहकर अपना समय और भावनाएं बर्बाद कर सकते थे, वह व्यक्ति आपको जल्दी ही सच्चाई से रूबरू करवा देता है। इससे जीवन में नए और सही रास्ते खुलते हैं।

सद्गुरु कहते हैं कि अगर समय रहते रिश्ते में संकेतों को समझ लिया जाए – जैसे व्यवहार में बदलाव, बातों को छुपाना, फोन पर सीक्रेसी या छोटे झूठ – तो कई तकलीफों से बचा जा सकता है।

धोखेभरे पार्टनर का ना होना वरदान

धोखेभरे पार्टनर का जीवन में न होना एक सकारात्मक बात है। ऐसा व्यक्ति केवल तनाव और दुख ही लाता है। उससे दूर होकर आप आत्मसम्मान, शांति और खुद को बेहतर समझने का मौका पाते हैं। गलत लोग दूर होने पर ही सही लोग जीवन में प्रवेश कर सकते हैं।

क्यों न करें उन्हें याद और न रोएं

जो लोग धोखा देते हैं, वे आपके दर्द और रिश्ते की कद्र नहीं करते। उन्हें याद करना और बार-बार रोना केवल आपकी ऊर्जा और आत्मविश्वास को कमजोर करता है। बेहतर है कि आप खुद को प्राथमिकता दें और अपनी भावनाएं उन लोगों के लिए बचाकर रखें, जो सच में आपकी कद्र करते हैं।

खुश रहें और आगे बढ़ें

सद्गुरु का संदेश है कि खुश रहना और आगे बढ़ना जीवन का सबसे बड़ा नियम है। अतीत की कड़वाहट को छोड़कर नई शुरुआत करें, खुद पर ध्यान दें, अपने सपनों और लक्ष्यों को जीएं। पॉजिटिव लोगों के साथ समय बिताएं और वह करें जो आपको सुकून दे। याद रखें, खुश रहना ही सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है।

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