
ग्रेटर नोएडा: यूपी एटीएस ने ग्रेटर नोएडा के कासना स्थित एक कंपनी पर छापा मारा, जो टेरर फंडिंग और भड़काऊ सामग्री के संदेह में संदिग्ध है। जांच के दौरान एटीएस ने दस्तावेज, कर्मचारियों के रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
पृष्ठभूमि
सात नवंबर को यूपी एटीएस ने इस मामले में फरहान नबी सिद्दीकी को गिरफ्तार किया था। कंपनी की जांच में पता चला कि वह ऐसी पुस्तकों का प्रकाशन और वितरण कर रही थी, जो धार्मिक तनाव बढ़ा सकती थीं। इन किताबों को आयुर्वेदिक दवाओं और आरओ मशीनों के नाम पर भेजा जा रहा था।
छापेमारी और कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने कंपनी की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी। बीते मंगलवार को टीम ने दस्तावेजों की जांच, कर्मचारियों के आवागमन रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस बार एटीएस ने कार्रवाई पूरी तरह गोपनीय रखी और स्थानीय पुलिस को पहले से कोई सूचना नहीं दी।
आगे की कार्रवाई
एटीएस इस मामले की गहन जांच कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही इस प्रकरण में कोई बड़ा खुलासा हो सकता है।