Friday, November 14

बुलंदशहर में गैंगरेप पीड़िता ने दौड़कर रोकी डीआईजी कलानिधि नैथानी की गाड़ी, आरोप: पुलिस कर रही आरोपियों की रक्षा

बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश। खुर्जा नगर कोतवाली के निरीक्षण पर आए डीआईजी कलानिधि नैथानी की गाड़ी के सामने एक गैंगरेप पीड़िता अपने परिवार के साथ दौड़कर पहुंच गई और अपनी आपबीती सुनाई। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके साथ छह लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, लेकिन पुलिस आरोपियों को पकड़ने में लापरवाह रही।

मामले का विवरण:

  • गुरुवार को डीआईजी नैथानी खुर्जा नगर कोतवाली का निरीक्षण करने पहुंचे थे।
  • पुलिस ने सड़क पर सुरक्षा घेरा बनाकर किसी को डीआईजी तक पहुँचने से रोक रखा था।
  • इस दौरान पीड़िता ने पुलिस के सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए सीधे डीआईजी की गाड़ी के सामने अपनी आपबीती बताई।
  • आरोपियों में से चार को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो आरोपी फरार हैं, जिनमें एक महिला भी शामिल है।
  • पीड़िता ने बताया कि फरार आरोपी उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई:

  • डीआईजी नैथानी ने तुरंत मामले का संज्ञान लिया और जांच सीओ अनूपशहर को सौंप दी।
  • खुर्जा थाना प्रभारी पंकज राय को लापरवाही के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया गया।
  • एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि जांच में पाया गया कि पीड़िता की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया।

सिस्टम की पोल खुली:

  • डीआईजी निरीक्षण के दौरान कई फरियादी अपनी शिकायत नहीं कर सके।
  • शिकायत करने आए अन्य लोग, जैसे कि चमन विहार कॉलोनी निवासी सुमित, जिन्हें अपने भाई की हत्या की जांच के लिए मदद चाहिए थी, उन्हें भी पुलिस अपनी गाड़ी में बैठाकर घर भेज दिया।

यह मामला बुलंदशहर पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है और समाज में कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा की चिंता बढ़ाता है।

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