
नई दिल्ली: साल 2025 में अब तक स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स का प्रदर्शन औसतन 5% नीचे रहा है। बावजूद इसके, बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह निवेशकों के लिए घबराने का समय नहीं, बल्कि समझदारी से निवेश करने का अवसर है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, जिन निवेशकों का नजरिया 3-5 साल का है, उन्हें इस गिरावट को मौका मानकर SIP के जरिए निवेश जारी रखना चाहिए।
ट्रस्ट म्यूचुअल फंड के सीईओ संदीप बागला कहते हैं कि लंबी अवधि वाले निवेशक स्मॉल कैप में निवेश बढ़ा सकते हैं। वहीं, आनंद राठी वेल्थ के डायरेक्टर ऋषिकेश का कहना है कि बाजार में गिरावट सामान्य है और यह मार्केट साइकल का हिस्सा है। उनका सुझाव है कि पोर्टफोलियो में संतुलन बनाए रखना सबसे जरूरी है।
एक्सपर्ट्स की सलाह:
- पोर्टफोलियो रणनीति: अपने निवेश का 80% स्मॉल कैप में न रखें। आदर्श अनुपात लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में लगभग 55:20:25 या 55:23:22 होना चाहिए।
- निवेश का तरीका: एक साथ बड़ा पैसा लगाने के बजाय SIP या STP के जरिए निवेश करना सुरक्षित है।
- NFO निवेश: केवल नए फंड की शुरुआती NAV देखकर निवेश न करें। पुराने और अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले फंड्स में निवेश करना बेहतर है।
विशेषज्ञों का निष्कर्ष है कि स्मॉल कैप फंड्स में गिरावट अलार्म की वजह नहीं है, बल्कि यह सही रणनीति और लंबी अवधि की सोच वाले निवेशकों के लिए अवसर प्रदान करती है।
