
पटना। बिहार में राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। राजद की बागी नेता रितु जायसवाल ने ऐलान किया है कि वह जल्द ही अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने पर विचार कर रही हैं। यह कदम सीधे तौर पर तेजस्वी यादव और RJD के नेतृत्व को चुनौती देने जैसा माना जा रहा है।
रितु जायसवाल का सियासी कदम
रितु जायसवाल परिहार विधानसभा सीट से RJD की टिकट नहीं मिलने के बाद बागी हो गई थीं और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरीं। हालांकि, उन्होंने जीत दर्ज नहीं की, लेकिन उनके कारण RJD के उम्मीदवार को भी नुकसान उठाना पड़ा। इस घटना ने बिहार के राजनीतिक माहौल में नई चर्चाओं को जन्म दिया।
नई पार्टी के उद्देश्य
अपने हालिया सोशल मीडिया पोस्ट में रितु जायसवाल ने लिखा है कि अगले कुछ महीनों में वह बिहार के युवाओं और खासकर महिलाओं से संवाद करेंगी। इस संवाद के आधार पर वह एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने की योजना पर विचार करेंगी। उन्होंने इस पार्टी के लिए कुछ खास उद्देश्यों का जिक्र किया है:
महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व देना।
युवाओं को आगे बढ़ने का मौका देना।
टिकटों की खरीद–फरोख्त को समाप्त करना।
परिवारवाद और Nepotism के लिए कोई जगह न होना।
RJD पर इशारों में हमला
रितु जायसवाल ने अपने पोस्ट में तीन प्रमुख बिंदुओं — युवाओं को मौका, टिकटों की खरीद-फरोख्त और परिवारवाद — का जिक्र किया, जो साफ तौर पर RJD की आलोचना माना जा रहा है। उनके इस कदम के बाद सियासी गलियारे में गर्मी बढ़ गई है और राजनीतिक हलकों में नई चर्चा शुरू हो गई है।
रितु जायसवाल की यह घोषणा बिहार में आगामी राजनीतिक परिदृश्य को पूरी तरह बदल सकती है और यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका नया मंच कितनी जल्दी तैयार होता है और जनता का समर्थन कितना मिलता है।
