Monday, December 8

NCERT ने 7वीं क्लास के छात्रों के लिए महमूद गजनवी पर नया चैप्टर जोड़ा: हमलों, लूट और विनाश की कहानी

नई दिल्ली: बिहार और भारत के इतिहास में अपने अत्याचारों और लूट के लिए मशहूर महमूद गजनवी अब NCERT की 7वीं क्लास की सोशल साइंस किताब में एक विस्तृत चैप्टर के रूप में सामने आए हैं। इस नए एडिशन में महमूद गजनवी के भारत पर किए गए हमलों, उनकी लूटपाट और मंदिरों को तोड़ने की क्रूरता का विस्तृत विवरण दिया गया है, जो पहले की किताबों में बहुत सीमित था।

महमूद गजनवी ने भारत पर कितनी बार किया हमला?
नई किताब के मुताबिक, महमूद गजनवी ने भारत पर कुल 17 बार हमले किए। इन हमलों में उसने प्रमुख शहरों को लूटकर भारी खजाना जुटाया और लौटते समय पवित्र स्थानों को तबाह किया। खासतौर पर मथुरा, कन्नौज और सोमनाथ में गजनवी के हमले और लूट का जिक्र किया गया है। किताब में बताया गया है कि गजनवी ने इन स्थानों के मंदिरों को निशाना बनाकर धार्मिक स्थानों को भी नुकसान पहुँचाया।

गजनवी ने मंदिरों को बनाया निशाना
7वीं क्लास की किताब में यह भी बताया गया है कि महमूद गजनवी ने धार्मिक और सांस्कृतिक संपत्ति को नष्ट करने का एक बड़ा कारण अपनी ताकत बढ़ाने और दौलत इकट्ठा करने के रूप में देखा। नए ‘गजनवी हमले’ सेक्शन में छह पेजों तक विस्तृत जानकारी दी गई है। इसमें मथुरा, कन्नौज और सोमनाथ मंदिर पर गजनवी के हमलों का विस्तृत विवरण दिया गया है। खासकर सोमनाथ मंदिर में गजनवी द्वारा शिवलिंग तोड़े जाने और उसकी मूर्तियों को गजनी ले जाने का उल्लेख भी किया गया है।

हिंसा और धार्मिक वजहें
किताब में महमूद के हमलों के परिणामों को भी नहीं छिपाया गया है। इसमें हजारों आम लोगों के कत्ल, बच्चों और महिलाओं को कैद करना और उन्हें गुलाम बाजारों में बेचने की घटनाएं दर्ज की गई हैं। इतिहासकार अल-उतबी के हवाले से यह बताया गया है कि गजनवी ने अपने विजय क्षेत्रों में मस्जिदें बनवाकर ‘इस्लाम का प्रसार’ करने की कोशिश की।

सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण
बुक में यह भी उल्लेख किया गया है कि आज का सोमनाथ मंदिर 1950 में फिर से बनाया गया था, और इसका उद्घाटन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने किया था। इस पुनर्निर्माण के पीछे के कारणों को समझने के लिए छात्रों को यह सवाल उठाने का मौका मिला कि आखिरकार, इतने वर्षों बाद इस मंदिर का पुनर्निर्माण क्यों किया गया, और इसके लिए सार्वजनिक डोनेशन का इस्तेमाल क्यों किया गया।

सावधानी वाला नोट
बुक में महमूद के हमलों के बारे में बताने से पहले एक ‘सावधानी का शब्द’ बॉक्स है, जिसमें यह साफ किया गया है कि इतिहास को समझने के लिए हमें उसके सभी पहलुओं का विश्लेषण करना चाहिए। इसमें बताया गया है कि इतिहास में अक्सर युद्धों और तबाही को ज्यादा महत्व दिया जाता है, लेकिन हमें इन घटनाओं के कारणों और प्रभावों को समझने की कोशिश करनी चाहिए। इससे छात्रों को यह संदेश मिलता है कि हम पिछली घटनाओं को मिटा नहीं सकते, लेकिन उनसे सीखकर भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सकता है।

नई किताब का उद्देश्य
यह नया चैप्टर NCERT के अपडेटेड लर्निंग मटीरियल का हिस्सा है, जो नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 और नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क 2023 के अनुसार तैयार किया गया है। NCERT के डायरेक्टर दिनेश सकलानी ने बताया कि इस नई किताब का उद्देश्य छात्रों को भारत के ऐतिहासिक विकास के बारे में संतुलित और विस्तृत जानकारी देना है।

इस नई किताब में इतिहास, सिविक्स और जियोग्राफी को मिलाकर दो टेक्स्टबुक्स में सम्मिलित किया गया है, ताकि छात्रों को इन विषयों की बेहतर समझ हो सके। NCERT के इस नए कदम से छात्रों को भारतीय इतिहास के विभिन्न पहलुओं को गहरी समझ के साथ जानने का अवसर मिलेगा।

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