Monday, December 22

Natioanal

दिल्ली के अस्पतालों में सांस की गंभीर बीमारियों के मामले बढ़े, सरकार ने वायु प्रदूषण को जिम्मेदार बताया
Natioanal

दिल्ली के अस्पतालों में सांस की गंभीर बीमारियों के मामले बढ़े, सरकार ने वायु प्रदूषण को जिम्मेदार बताया

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में सांस की गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है। पिछले तीन साल में शहर के छह बड़े अस्पतालों की इमरजेंसी में दो लाख से अधिक मरीज एक्यूट रेस्पिरेट्री इन्फेक्शन (सांस फूलना, खांसी, सीने में जकड़न जैसी समस्याएँ) के साथ पहुंचे, जिनमें से 30 हजार से ज्यादा मरीजों को भर्ती करना पड़ा। सरकार ने यह जानकारी राज्यसभा में दी, जहां सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने इस संबंध में सवाल उठाया था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इन मामलों में वायु प्रदूषण एक बड़ा कारण है। धुआं, धूल और प्रदूषित हवा के बढ़ने पर विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और दमा के मरीजों को सांस लेने में गंभीर परेशानी होती है। सरकार ने यह भी बताया कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने विभिन्न जगहों पर एक मल्टी-साइट अध्ययन किया। अध्ययन में देखा गया कि जब हवा में प्रदूष...
लोकसभा में हंगामा: मणिकम टैगोर ने दिया स्थगन प्रस्ताव, बीएलओ की मौत पर राष्ट्रीय जांच की मांग
Natioanal, Politics

लोकसभा में हंगामा: मणिकम टैगोर ने दिया स्थगन प्रस्ताव, बीएलओ की मौत पर राष्ट्रीय जांच की मांग

नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र का मंगलवार का दिन हंगामेदार रहा। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने वोटर लिस्ट की विश्वसनीयता पर उठते संकट को लेकर स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की एसआईआर प्रक्रिया ने लोकतंत्र और मतदाता प्रणाली को गंभीर चुनौती में डाल दिया है। एसआईआर पर गंभीर आरोप:सांसद टैगोर ने लोकसभा में कहा कि देश की मतदाता सूची, जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों की रीढ़ मानी जाती है, गड़बड़ियों, मानव त्रुटियों और सुरक्षा कमजोरियों से जूझ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने एसआईआर प्रक्रिया को जल्दबाजी, बिना योजना और तानाशाहीपूर्ण तरीके से लागू किया, जिससे पूरे देश में अफरा-तफरी मच गई। बीएलओ पर अत्यधिक बोझ, मौत और आत्महत्या तक:मणिकम टैगोर ने कहा कि बीएलओ (बेसिक लिस्टिंग ऑफिसर) को लगातार चुनावी सत्यापन कार्य में झोंक दिया गया, जबकि उन्हें अपने नियमित शै...
कड़ाके की ठंड के लिए हो जाएं तैयार, उत्तर भारत के कई हिस्सों में सर्दी ने दिखाए तेवर
Natioanal

कड़ाके की ठंड के लिए हो जाएं तैयार, उत्तर भारत के कई हिस्सों में सर्दी ने दिखाए तेवर

नई दिल्ली: दिसंबर की शुरुआत के साथ ही ठंड का प्रकोप पूरे देश में बढ़ता जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि इस शीत ऋतु में दिसंबर से फरवरी तक भारत के बड़े हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। खासकर मध्य भारत, उत्तर-पश्चिम भारत और तेलंगाना में तापमान सामान्य से कम रहेगा, जिससे कोल्ड वेव वाले दिनों की संख्या बढ़ सकती है। IMD के अनुसार इस बार मध्य प्रदेश, उत्तर और पूर्वी महाराष्ट्र, गुजरात के कुछ हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पूर्व और दक्षिण राजस्थान, पश्चिमी और दक्षिणी उत्तर प्रदेश और तेलंगाना में दिन और रात दोनों में ठंड अधिक महसूस होगी। इन राज्यों में इस बार 8 से 11 दिन तक कोल्ड वेव की स्थिति बनी रह सकती है। पहली कोल्ड वेव की शुरुआत पहले ही हो चुकी है:इस साल मौसम की पहली कोल्ड वेव पहले ही पश्चिमी, मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में देखी गई थी। 8 से ...
दिल्ली-मुंबई सहित कई एयरपोर्ट्स पर लैंडिंग के दौरान GPS से छेड़छाड़, मंत्री का दावा
Natioanal

दिल्ली-मुंबई सहित कई एयरपोर्ट्स पर लैंडिंग के दौरान GPS से छेड़छाड़, मंत्री का दावा

नई दिल्ली: देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स पर GPS स्पूफिंग की घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। नागर विमानन मंत्री राममोहन नायडू ने राज्यसभा में बताया कि यह घटनाएं सिर्फ दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट तक सीमित नहीं हैं, बल्कि मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद, अमृतसर और चेन्नई एयरपोर्ट पर भी हुई हैं। GPS स्पूफिंग क्या है?GPS स्पूफिंग में किसी डिवाइस या वाहन को झूठा GPS सिग्नल भेजा जाता है, जिससे उसकी वास्तविक लोकेशन गलत दिखाई देती है। पायलटों को लगता है कि विमान किसी अन्य स्थान पर है, जबकि वह वास्तविक रनवे की ओर बढ़ रहा होता है। लैंडिंग के दौरान हुई घटना:दिल्ली एयरपोर्ट के रनवे-10 साइड पर लैंडिंग के दौरान पायलटों ने स्पूफिंग का सामना किया। उनके GPS सिस्टम ने रनवे की जगह गलत लोकेशन दिखाई। पायलटों ने तुरंत यह जानकारी दिल्ली ATC को दी, और नियंत्रकों के निर्देश पर सुरक्षित लैंडिंग...
पाकिस्तान में भी फैला लॉरेंस बिश्नोई का आतंक, दुबई में भी सता रहा डर
Natioanal

पाकिस्तान में भी फैला लॉरेंस बिश्नोई का आतंक, दुबई में भी सता रहा डर

नई दिल्ली: भारत के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क अब सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सक्रिय है। यह खुलासा खुद पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी ने किया है। भट्टी का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई के लोग दुबई, जर्मनी और पाकिस्तान में सक्रिय हैं और उनका परिवार टारगेट हो सकता है। तीन आतंकियों की गिरफ्तारी:स्पेशल सेल ने मध्य प्रदेश के दतिया निवासी विकास प्रजापति, पंजाब के फिरोजपुर निवासी हरगुनप्रीत सिंह और यूपी के बिजनौर निवासी आसिफ को गिरफ्तार किया। इनके पास पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ आपत्तिजनक चैट और टारगेट रेकी वीडियो मिले हैं। खुद शहजाद भी डर में:सूत्रों के मुताबिक शहजाद भट्टी दुबई में रहते हुए भी सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं और पाकिस्तान लौटने से कतरा रहे हैं। उनका दावा है कि लॉरेंस के कुछ लोग पाकिस्तान में मौजूद हैं, जो उनकी जान के लिए खतरा बन स...
सुप्रीम कोर्ट ने डिजिटल अरेस्ट घोटालों में CBI को इंटरपोल की मदद लेने का दिया निर्देश
Natioanal

सुप्रीम कोर्ट ने डिजिटल अरेस्ट घोटालों में CBI को इंटरपोल की मदद लेने का दिया निर्देश

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने डिजिटल अरेस्ट घोटालों के मामलों पर स्वतः संज्ञान लेते हुए CBI को आदेश दिया है कि वह विदेशी साइबर अपराधियों तक पहुँचने के लिए इंटरपोल की मदद ले। अदालत ने यह भी निर्देश दिया कि टेलीकॉम सेवा प्रदाता किसी एक व्यक्ति या इकाई को कई सिम कार्ड जारी न करें, क्योंकि उनका दुरुपयोग साइबर अपराधों में हो सकता है। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए निर्देश:कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि वे क्षेत्रीय और राज्य स्तरीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र स्थापित करें। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को निर्देश दिया गया कि गृह मंत्रालय, दूरसंचार विभाग, वित्त मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय सहित संबंधित मंत्रालयों के विचार साइबर अपराध मामलों से निपटने के लिए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किए जाएं। CBI को दी गई पूरी स्वतंत्रता:सुप्रीम को...
दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में जीपीएस स्पूफिंग की घटनाएँ, विमान संचालन पर अभी कोई असर नहीं
Natioanal

दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में जीपीएस स्पूफिंग की घटनाएँ, विमान संचालन पर अभी कोई असर नहीं

नई दिल्ली: नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने राज्यसभा में जानकारी दी कि दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु सहित प्रमुख हवाई अड्डों के पास उड़ानों को जीपीएस स्पूफिंग की घटनाओं का सामना करना पड़ा। हालांकि, पारंपरिक नेविगेशन उपकरण चालू रहने के कारण उड़ानों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा। क्या है जीपीएस स्पूफिंग?जीपीएस स्पूफिंग एक तरह का साइबर हमला है, जिसमें ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) को धोखा देकर विमान या किसी डिवाइस को गलत लोकेशन और स्पीड दिखाया जाता है। इसे जैमिंग से अलग माना जाता है। जैमिंग में सिग्नल ब्लॉक होते हैं, जबकि स्पूफिंग में गलत डेटा दिखाकर भ्रम पैदा किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, अगर कोई व्यक्ति दिल्ली के करोलबाग इलाके में है, तो उसके फोन पर जीपीएस लोकेशन 10 किलोमीटर दूर दिख सकता है। सरकार की प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपाय:केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिट...
हर भारतीय के फोन में ‘संचार साथी’ ऐप: कांग्रेस ने उठाए निजता के सवाल
Natioanal, Politics

हर भारतीय के फोन में ‘संचार साथी’ ऐप: कांग्रेस ने उठाए निजता के सवाल

नई दिल्ली: भारत सरकार ने सभी स्मार्टफोन निर्माताओं को निर्देश दिया है कि वे अपने डिवाइस में ‘संचार साथी’ ऐप को प्री-इंस्टॉल करें। यह आदेश 21 नवंबर को जारी हुआ और कंपनियों को इसे लागू करने के लिए 90 दिन का समय दिया गया है। सरकार का तर्क है कि यह कदम साइबर सुरक्षा मजबूत करने और IMEI नंबर में छेड़छाड़ रोकने के लिए है। कांग्रेस का विरोध:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद केसी वेणुगोपाल ने इसे असंवैधानिक करार दिया। उनका कहना है कि यह ऐप निजता के अधिकार का उल्लंघन है और हर भारतीय की हर गतिविधि, बातचीत और निर्णय पर नजर रखने का साधन बन सकता है। उन्होंने इसे भारतीय नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर हमला बताया और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। विशेषज्ञों की राय:टेक पॉलिसी एनालिस्ट निखिल पाहवा ने इस कदम को मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए बुरी खबर बताया। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन व्यक्तिगत स्थान है, ...
8 राज्यों में ‘राजभवन’ बने ‘लोक भवन’, औपनिवेशिक नाम से हटाया गया प्रतिबिंब
Natioanal, Politics

8 राज्यों में ‘राजभवन’ बने ‘लोक भवन’, औपनिवेशिक नाम से हटाया गया प्रतिबिंब

नई दिल्ली: भारत सरकार के निर्देश के बाद देश के आठ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश ने अपने राज भवनों के नाम बदलकर लोक भवन कर दिए हैं। इस कदम का उद्देश्य औपनिवेशिक मानसिकता को दूर करना और लोकतांत्रिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम, उत्तराखंड, ओडिशा, गुजरात और त्रिपुरा ने अपने राज भवनों का नाम बदल दिया है। वहीं, लद्दाख के उपराज्यपाल के निवास कार्यालय का नाम अब लोक निवास रखा गया है, जिसे पहले राज निवास कहा जाता था। नाम बदलने की वजह:केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले साल राज्यपालों के सम्मेलन में हुई चर्चा का हवाला देते हुए बताया कि ‘राज भवन’ नाम औपनिवेशिक युग की मानसिकता को दर्शाता है। इसलिए अब राज्यपालों और उपराज्यपालों के कार्यालयों को लोकतांत्रिक दृष्टि से उपयुक्त नाम दिए गए हैं। ऐतिहासिक बदलाव की श्रृंखला:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के तहत भ...
सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ रजिस्ट्रेशन की समय सीमा बढ़ाने से किया इनकार, ट्रिब्यूनल के पास है अधिकार
Natioanal

सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ रजिस्ट्रेशन की समय सीमा बढ़ाने से किया इनकार, ट्रिब्यूनल के पास है अधिकार

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने UMEED पोर्टल पर वक्फ संपत्तियों का विवरण अपलोड करने की समय-सीमा बढ़ाने की मांग को खारिज कर दिया है। पीठ ने स्पष्ट किया कि यूनिफाइड वक्फ मैनेजमेंट, एम्पावरमेंट, एफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट ऐक्ट (धारा 3B) के तहत समय बढ़ाने का अधिकार केवल वक्फ ट्रिब्यूनलों को है। सुप्रीम कोर्ट की पीठ में जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह ने आवेदकों को समय-सीमा से पहले संबंधित ट्रिब्यूनलों से संपर्क करने की अनुमति दी। आवेदकों की दलील:सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि संशोधन 8 अप्रैल को लागू हुआ और पोर्टल 6 जून को तैयार किया गया। नियम 3 जुलाई को बनाए गए और 15 सितंबर को अंतरिम आदेश आया। इसलिए छह महीने की समय-सीमा काफी कम है। कई वक्फ 100-125 साल पुराने हैं और उनके दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं हैं, जिससे पोर्टल पर अपलोड करना कठिन हो गया। सीनियर वकील डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी न...