
रायपुर (आकाश सिकरवार): छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री के बीच नया राजनीतिक-धार्मिक विवाद सामने आया है। मामला तब गरमाया जब शास्त्री ने भिलाई में मीडिया से बातचीत में हिंदू समुदाय को संगठित करने और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के प्रयासों पर सवाल उठाने वालों को चुनौती दी।
क्या कहा धीरेंद्र शास्त्री ने:
शास्त्री ने कहा कि अगर हिंदू समुदाय को एकजुट करना, भक्ति फैलाना और राष्ट्रवाद जगाना अंधविश्वास है, तो ऐसे सोचने वालों को देश छोड़ देना चाहिए। उन्होंने हिंदुओं की घटती आबादी का जिक्र करते हुए चेतावनी दी कि समय रहते सावधानी न बरती गई तो खतरा दिखाई देगा।
सरकारी संसाधनों पर विवाद:
धीरेंद्र शास्त्री के सरकारी विमान से छत्तीसगढ़ आने और एक पुलिस अधिकारी द्वारा उनके पैर छूने के मामले ने भी तूल पकड़ लिया है। लोगों ने इसे सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग और नियमों के उल्लंघन के रूप में देखा। शास्त्री ने कहा कि वे राजनेता नहीं हैं, लेकिन यह मामला आस्था और समाज से जुड़ा है, इसलिए उन्होंने जवाब देना जरूरी समझा।
बागेश्वर बाबा और कार्यक्रम:
शास्त्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में हिंदू समुदाय अब जागरूक हो रहा है और वे राज्य भर में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करेंगे। सरगुजा-जशपुर क्षेत्र में चर्च के सामने एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
भूपेश बघेल का बयान:
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शास्त्री और अन्य कथावाचकों पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया। बघेल ने कहा कि समाज जितना शिक्षित हो रहा है, उतना ही अंधविश्वास बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी खारिज किया कि हिंदू खतरे में हैं और कहा कि इतिहास में कभी भी हिंदू अल्पसंख्यक या खतरे में नहीं रहे।
यह विवाद छत्तीसगढ़ में राजनीति, आस्था और धार्मिक भावनाओं के टकराव का नया अध्याय बन गया है।