10वीं बार सत्ता में लौटे नीतीश कुमार के सामने बड़ी चुनौती: बिहार की कमियों को कैसे करेंगे दूर
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में दसवीं बार शपथ लेने वाले नीतीश कुमार के पास राजनीति का लंबा अनुभव तो है ही, साथ ही राज्य की जमीनी समस्याओं की गहरी समझ भी है। लेकिन अब असली परीक्षा सिर्फ पहचान की नहीं, बल्कि उन कमियों को दूर करने की है, जिनकी वजह से बिहार शेष देश के मुकाबले पिछड़ता रहा है। सवाल यह है कि आने वाले कार्यकाल में नीतीश इन चुनौतियों से कैसे निपटेंगे।
आंकड़ों में नहीं, गुणवत्ता में पिछड़ रही अर्थव्यवस्था
बिहार का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) कई बार बेहतर वृद्धि दर दर्ज करता है, लेकिन यह विकास सतही माना जाता है।
राज्य की प्रति व्यक्ति आय आज भी राष्ट्रीय औसत की करीब एक-तिहाई
तीन-चौथाई परिवार खेती पर निर्भर, लेकिन कृषि सिर्फ कुल उत्पादन का एक-चौथाई
सर्विस सेक्टर बड़ा, पर कम आय वाले कामों में सीमित
मैन्युफैक्चरिंग अब भी कमजोर
इसी असंतुलन ने बिहार की अर्थव्...









