Thursday, December 4

Politics

महाराष्ट्र में टल सकते हैं स्थानीय निकाय चुनाव, अजित पवार ने जताई आशंका
Maharashtra, Politics, State

महाराष्ट्र में टल सकते हैं स्थानीय निकाय चुनाव, अजित पवार ने जताई आशंका

मुंबई: महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव स्थगित होने की संभावना बढ़ गई है। राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार ने नलदुर्ग में एक चुनावी रैली में कहा कि जिला परिषदों और पंचायत समिति चुनावों में देरी हो सकती है। इसका मुख्य कारण आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से अधिक होने का मामला है, जो सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। सुप्रीम कोर्ट में 25 नवंबर को सुनवाईअजित पवार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट 25 नवंबर को इस मुद्दे पर फैसला सुनाएगी। राज्य की 20 जिला परिषदों में आरक्षण 50 प्रतिशत से अधिक हो गया है, जो संवैधानिक सीमा के विरुद्ध माना जाता है। इससे पहले भी नगर परिषद और जिला परिषद चुनाव विभिन्न कारणों से टल चुके हैं। यदि कोर्ट नए निर्देश देती है, तो चुनाव आयोग को फिर से प्रभाग संरचना और आरक्षण की लॉटरी तैयार करनी पड़ेगी। तीसरे चरण में मुंबई का हाईवोल्टेज मुकाबलाराज्य में तीसरे चरण में मुंबई बीएमसी समेत अन्य ...
बिहार विधानसभा अध्यक्ष का ताज किसके सिर? CM नीतीश कुमार ने BJP को गृह विभाग दिया, अब कुर्सी पर जदयू-बजे हाथ
Bihar, Politics, State

बिहार विधानसभा अध्यक्ष का ताज किसके सिर? CM नीतीश कुमार ने BJP को गृह विभाग दिया, अब कुर्सी पर जदयू-बजे हाथ

पटना: बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद भी विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर बीजेपी और जदयू के बीच रस्साकशी जारी है। विधायकों के शपथ ग्रहण से पहले ही इस संवैधानिक और महत्वपूर्ण पद पर दोनों दलों के बीच खींचतान साफ दिख रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह विभाग बीजेपी को सौंप दिया है। इसके बाद आदर्श स्थिति यह है कि विधानसभा अध्यक्ष पद जदयू को मिले। लेकिन, अभी तक इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। जदयू की तैयारी:जदयू नेतृत्व इस पद के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी विधायक को ताजपोशी के लिए तैयार कर रहा है। वर्ष 2005 से लेकर अब तक विधानसभा अध्यक्ष के पद पर कई बार सत्ता और सहयोगी दलों के समीकरणों के अनुसार बदलाव होता रहा है। पिछले चुनावों में बीजेपी ने नंद किशोर यादव और विजय सिन्हा को अध्यक्ष बनाया था। बीजेपी का दावा:बीजेपी की तरफ से प्रेम कुमार को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए तैयार किया...
जस्टिस सूर्यकांत बने देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ, पीएम मोदी मौजूद
Natioanal, Politics

जस्टिस सूर्यकांत बने देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ, पीएम मोदी मौजूद

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण की। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 124 के क्लॉज (2) के अंतर्गत सीजेआई पद की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो जोहांसबर्ग से G20 समिट अटेंड करके लौटे थे, शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग भी समारोह में उपस्थित थे। जस्टिस सूर्यकांत के सीजेआई पद पर कार्यभार संभालने के साथ ही देश के सर्वोच्च न्यायालय में उनके 15 महीने के कार्यकाल की शुरुआत हो गई। सीजेआई सूर्यकांत की प्रोफाइल: जन्म: 10 फरवरी 1962, हरियाणा शिक्षा एवं प्रारंभिक करियर: 1984 में हिसार से लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट, चंडीगढ़ में प्रैक्टिस शुरू की। हरियाणा का सबसे कम उम्र का एडवोकेट जनरल: जुलाई ...
SIR में 57% डिजिटाइजेशन के साथ देश में शीर्ष पर एमपी, लेकिन चार बीएलओ की मौतों ने बढ़ाई चिंता
Madhya Pradesh, Politics, State

SIR में 57% डिजिटाइजेशन के साथ देश में शीर्ष पर एमपी, लेकिन चार बीएलओ की मौतों ने बढ़ाई चिंता

भोपाल, 24 नवंबर 2025मध्य प्रदेश ने चुनावी मतदाता सूची के डिजिटलीकरण में महत्वपूर्ण प्रगति दर्ज की है। विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के तहत राज्य में अब तक 57.05% डिजिटाइजेशन पूरा हो चुका है, जिसके साथ एमपी उन 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चौथे स्थान पर है जहां यह अभियान चल रहा है। पांच करोड़ से अधिक मतदाताओं वाले बड़े राज्यों में प्रदेश केवल राजस्थान से पीछे है, यानी प्रभावी रूप से दूसरे स्थान पर है। काम के बीच चार बीएलओ की मौत से उठे सवाल इस उपलब्धि के बीच ड्यूटी पर तैनात चार बूथ-लेवल ऑफिसर्स (BLOs) की मौत ने चिंता बढ़ा दी है। 11 नवंबर से अब तक हुई इन मौतों में सभी सरकारी स्कूल शिक्षक थे। परिजनों का आरोप है कि काम का दबाव, लंबी ड्यूटी और समयसीमा को लेकर तनाव उनकी मौतों की वजह बना। दतिया, दमोह, रायसेन और अलीराजपुर जिलों में ये घटनाएं सामने आईं। अधिकारियो...
यूपी में SIR को लेकर अहम जानकारी: गाजियाबाद DM ने बताईं वोटरों के लिए 5 जरूरी बातें
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यूपी में SIR को लेकर अहम जानकारी: गाजियाबाद DM ने बताईं वोटरों के लिए 5 जरूरी बातें

गाजियाबाद, 24 नवंबर 2025उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। मतदाता सूची को अपडेट करने के इस अभियान को लेकर आम लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। इसी बीच गाजियाबाद के डीएम ने अपने X हैंडल पर वोटरों के लिए पांच महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी बताया गया है। DM के अनुसार वोटरों के लिए 5 जरूरी बातें गणना प्रपत्र पूरी तरह भरकर बीएलओ को वापस करेंफार्म जमा करते समय पावती लेना न भूलें। फार्म जमा न करने पर नाम कटने का खतराप्रपत्र न देने वालों को अनुपस्थित माना जाएगा और मतदाता सूची से नाम हट सकता है। यह फॉर्म वेरिफिकेशन के लिए अनिवार्य हैमतदाता के अस्तित्व और पते की पुष्टि इसी के आधार पर होगी। किसी भी दस्तावेज की जरूरत नहींबीएलओ को फार्म देते समय कोई प्रमाण पत्र संलग्न करने की आवश्यकता नहीं है। समस्...
बिहार के 35 लाख बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत! 1 अप्रैल 2026 से बिल होगा सस्ता, हर महीने 140 रुपये तक की बचत संभव
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बिहार के 35 लाख बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत! 1 अप्रैल 2026 से बिल होगा सस्ता, हर महीने 140 रुपये तक की बचत संभव

पटना, 24 नवंबर 2025बिहार के शहरी घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य की बिजली आपूर्ति कंपनी ने बिहार विद्युत विनियामक आयोग (BRC) को नया प्रस्ताव भेजा है, जिसके मंजूर होने पर शहरी क्षेत्रों में बिजली की दरें कम हो जाएंगी। नई व्यवस्था लागू होते ही 35 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को सीधा फायदा मिलेगा और शहरी परिवारों को गांवों की तरह सस्ती बिजली मिल सकेगी। सिंगल स्लैब लागू करने की तैयारी कंपनी ने यह प्रस्ताव ग्रामीण मॉडल की तर्ज पर तैयार किया है। पिछले वर्ष ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए दो स्लैब हटाकर एक ही स्लैब लागू किया गया था। अब उसी तरह शहरी उपभोक्ता भी एकीकृत दर का लाभ उठा सकते हैं।आयोग की मंजूरी मिलने पर नई दरें 1 अप्रैल 2026 से प्रभावी होंगी। अभी क्या है व्यवस्था? बिहार में फिलहाल शहरी उपभोक्ताओं पर दो स्लैब लागू हैं— पहला स्लैब: 1–100 यूनिट बिना सब्स...
अमित शाह से शिकायत तक पहुंचा विवाद, दहानु की रैली में BJP पर अप्रत्यक्ष हमला स्थानीय निकाय चुनाव से पहले महायुति में बढ़ी तकरार
Maharashtra, Politics, State

अमित शाह से शिकायत तक पहुंचा विवाद, दहानु की रैली में BJP पर अप्रत्यक्ष हमला स्थानीय निकाय चुनाव से पहले महायुति में बढ़ी तकरार

मुंबई। महाराष्ट्र में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले सत्ता पक्ष महायुति में तनाव खुलकर सामने आने लगा है। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दहानु में अपनी रैली के दौरान बिना नाम लिए भाजपा पर सीधा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि “तानाशाही और अहंकार के खिलाफ जनता एकजुट हो रही है। रावण भी अहंकारी था, इसलिए उसकी लंका जला दी गई। 2 दिसंबर को आपको भी ऐसा ही करना है—भ्रष्टाचार खत्म कर विकास के लिए वोट दीजिए।” दहानु में सीधी टक्कर शिंदे ने जनता से शिवसेना उम्मीदवार राजू माछी को जीताने की अपील की। शिवसेना की जिला प्रमुख किरण सांख्ये ने बताया कि माछी पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार हैं भाजपा अपने जिला प्रमुख भरत राजपूत के समर्थन में खड़ी है एनसीपी के दोनों धड़े शिवसेना के साथ आए हैं इस सीट पर दोनों सहयोगी दलों के बीच सीधा मुकाबला बन गया है। ठाणे–पालघर में वर्चस्व की जंग तनाव की शुरुआ...
बिहार में 450 से अधिक बीएलओ निलंबित, पर आत्महत्या का कोई मामला नहीं चुनाव आयोग के अधिकारियों ने किए दावे, फेज-2 की रफ्तार पहले से सुचारू
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बिहार में 450 से अधिक बीएलओ निलंबित, पर आत्महत्या का कोई मामला नहीं चुनाव आयोग के अधिकारियों ने किए दावे, फेज-2 की रफ्तार पहले से सुचारू

नई दिल्ली/पटना। मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के दौरान बीएलओ की मौतों और कथित आत्महत्याओं को काम के दबाव से जोड़कर उठ रही आशंकाओं के बीच चुनाव आयोग से जुड़े अधिकारियों ने स्थिति स्पष्ट की है। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, बिहार में पहले चरण के दौरान 450 से अधिक बूथ लेवल ऑफिसर्स को लापरवाही के कारण निलंबित तो किया गया, लेकिन एक भी आत्महत्या का मामला सामने नहीं आया। फेज-1 बनाम फेज-2: रफ्तार में बड़ा अंतर अधिकारियों ने बताया कि फेज-1 केवल बिहार में आयोजित हुआ था और एन्यूमरेशन फॉर्म वितरण का कार्य मात्र 4 दिनों में पूरा करना पड़ा। इसके विपरीत, फेज-2 में 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में यही प्रक्रिया 10 दिनों तक चली, जिसके कारण काम का दबाव अपेक्षाकृत कम रहा। पश्चिम बंगाल समेत कुछ राज्यों में मौतों की जांच जारी पश्चिम बंगाल में कथित आत्महत्या के मामलों ने चिंता बढ़...
सीएम भूपेंद्र पटेल का संवेदनशील फैसला शादी में बाधा न हो, जामनगर का कार्यक्रम बदला
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सीएम भूपेंद्र पटेल का संवेदनशील फैसला शादी में बाधा न हो, जामनगर का कार्यक्रम बदला

अहमदाबाद, संवाददाता। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल एक बार फिर अपने सरल और संवेदनशील व्यवहार को लेकर सुर्खियों में हैं। जामनगर में निर्धारित उनका सरकारी कार्यक्रम उस स्थल के पास तय था, जहां एक परिवार की बेटी का विवाह समारोह होना था। परिवार की ओर से जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने न सिर्फ कार्यक्रम बदलने का निर्णय लिया, बल्कि स्वयं फोन कर परिजनों को आश्वस्त भी किया कि उनके उत्सव में कोई व्यवधान नहीं डाला जाएगा। जानकारी मिलते ही बदला कार्यक्रम जामनगर के टाउनहॉल में 23 नवंबर को विवाह समारोह तय था। इसी दौरान टाउनहॉल प्रबंधन ने परिवार को सूचित किया कि उसी दिन मुख्यमंत्री का कार्यक्रम भी वहीं प्रस्तावित है। अचानक उत्पन्न स्थिति से परिवार चिंतित हो गया और इसकी सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची। मामले की जानकारी मिलते ही सीएम भूपेंद्र पटेल ने परिवार को फोन कर कहा—“आप चिंता न करें, आप...
इंदौर में दिग्विजय सिंह के तीखे बयान न्यूयॉर्क मेयर ममदानी की दिलेरी की सराहना, चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
Madhya Pradesh, Politics, State

इंदौर में दिग्विजय सिंह के तीखे बयान न्यूयॉर्क मेयर ममदानी की दिलेरी की सराहना, चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल

इंदौर: पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्र और चुनाव आयोग पर गंभीर टिप्पणियां कीं। उन्होंने न्यूयॉर्क के मेयर जोहरान ममदानी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने खुलकर बोलने का साहस दिखाया, जबकि भारत में बड़े पदों पर बैठे लोग भी सत्ता के डर से चुप रहते हैं। चुनाव आयोग पर बेईमानी के आरोपदिग्विजय सिंह ने दावा किया कि SIR (Special Summary Revision) के दौरान मतदाता सूची से नाम हटाने पर कई सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि “आज वोट का अधिकार छीना जा रहा है और कल नागरिकता तक खतरे में पड़ सकती है।”सिंह ने कहा कि 272 सेवानिवृत्त अधिकारियों को आगे लाकर चुनाव आयोग की साख बचाने की कोशिश की जा रही है, जिनमें से कई पर राजनीतिक झुकाव और भ्रष्टाचार के आरोप रहे हैं। उन्होंने 26 नवंबर को संविधान संरक्षण...