
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने पड़ोसी देश बांग्लादेश में दलित और हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की जान-माल और धार्मिक स्वतंत्रता पर बढ़ती हमलों से भारत सहित अन्य देशों में भी चिंता की लहर है।
मायावती ने हाल ही में बांग्लादेश में हुई एक दलित युवक की नृशंस हत्या का उल्लेख करते हुए कहा कि इस घटना को लेकर देशभर में लोगों का सड़कों पर उतरकर आक्रोश जताना स्वाभाविक है।
बीएसपी प्रमुख की प्रमुख बातें:
भारत सरकार को इस पूरे घटनाक्रम पर तुरंत संज्ञान लेते हुए अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
देश में दलितों, आदिवासियों और कमजोर वर्गों के खिलाफ सदियों से जातिवादी द्वेष, शोषण और अत्याचार की घटनाएं अभी भी पूरी तरह नहीं रुकी हैं।
इन वर्गों की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानून अक्सर निष्क्रिय रहते हैं।
केंद्र सरकार से अपील
मायावती ने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों की दयनीय स्थिति को लेकर लंबे समय से चिंता बनी हुई है। हाल के दिनों में बांग्लादेश में सामने आई भारत-विरोधी और हिंदू-विरोधी घटनाओं के मद्देनजर केंद्र सरकार को जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप और अधिक सक्रियता दिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इस दिशा में ठोस और प्रभावी कदम उठाती है, तो उसे जनता का पूरा समर्थन मिलेगा।
मायावती ने अंत में सरकार से इस गंभीर विषय पर समुचित ध्यान देने की अपील की और कहा कि इस मुद्दे की अनदेखी न केवल चिंताजनक है, बल्कि देश की अंतरराष्ट्रीय छवि पर भी असर डाल सकती है।