
नई दिल्ली, 3 दिसंबर 2025: अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटिंग कंपनियों के खिलाफ ट्राई (Telecom Regulatory Authority of India) की कार्रवाई रंग दिखाने लगी है। सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में स्पैम कॉल्स के खिलाफ शिकायतों में काफी गिरावट आई है।
मुख्य तथ्य:
- सितंबर में अनरजिस्टर्ड कंपनियों के खिलाफ 3.12 लाख शिकायतें आई थीं, जो अक्टूबर में घटकर 2.16 लाख रह गईं।
- अक्टूबर में केवल 39,000 शिकायतें रजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स के खिलाफ आईं, जबकि सितंबर में यह संख्या 71,000 थी।
- पिछले 2 महीनों में 318 कंपनियां ब्लैकलिस्ट की गई हैं।
- ट्राई ने पिछले 1 साल में 21 लाख मोबाइल नंबर ब्लॉक किए।
कार्रवाई में चुनौतियां:
ट्राई को स्पैम कॉल्स के खिलाफ कार्रवाई में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इनमें सबसे बड़ी चुनौती है DLT (Distributed Ledger Technology) प्लेटफॉर्म पर शिकायतें न आना। ट्राई का कहना है कि केवल तभी कार्रवाई संभव है जब उपभोक्ता DND ऐप के माध्यम से शिकायत दर्ज कराएं।
स्पैम कॉल रोकने की प्रक्रिया:
जब कोई यूजर स्पैम कॉल की शिकायत DND ऐप पर करता है, तो:
- शिकायत संबंधित टेलिकॉम ऑपरेटर को भेजी जाती है।
- वेरिफिकेशन और जांच की जाती है।
- दोषी पाए जाने पर नंबर डिस्कनेक्ट कर ब्लॉक कर दिया जाता है।
इस पूरी प्रक्रिया में AI तकनीक का इस्तेमाल भी किया जाता है।
ट्राई का लक्ष्य:
ट्राई उपभोक्ताओं को जागरूक कर कार्रवाई के दायरे को और बढ़ाना चाहती है, ताकि स्पैम कॉल्स पर पूरी तरह नियंत्रण पाया जा सके।