Monday, December 1

सूरज की किरणों ने किया कमाल, 6 हजार Airbus A320 विमानों को उड़ान से रोका

नई दिल्ली/पेरिस: दुनिया की सबसे बड़ी विमान कंपनी Airbus ने करीब 6,000 A320 विमानों को उड़ान भरने से रोक दिया है। यह घटना अब तक की सबसे बड़ी ग्राउंडिंग मानी जा रही है। इस बार की वजह है सूरज की तेज किरणों से हुए स्पेस रेडिएशन का असर, जिसने विमानों के कंप्यूटर सिस्टम को प्रभावित किया।

तकनीकी वजह क्या है?
A320 विमानों में फ्लाई-बाय-वायर सिस्टम है, यानी पुराने तार-केबल की जगह कंप्यूटर से विमान का कंट्रोल होता है। अक्टूबर में जेटब्लू का एक विमान कैनकन से न्यूयॉर्क जा रहा था, तभी ELAC-2 कंप्यूटर अचानक खराब हो गया और विमान अपने आप नीचे गिरने लगा। पायलटों ने फ्लोरिडा में इमरजेंसी लैंडिंग करवाई।

जांच में पता चला कि सूरज से आए तेज कणों ने ELAC-2 कंप्यूटर को करप्ट कर दिया। इससे विमान बिना पायलट के आदेश के नियंत्रण खो बैठा।

समाधान और रिकॉल का काम
अब Airbus करीब 4,000 नए विमानों में सिर्फ पुराना सॉफ्टवेयर डाल रहा है, जिसे अपडेट करने में 2-3 घंटे लगेंगे। वहीं, 1,000 पुराने मॉडल में पूरा हार्डवेयर बदलना पड़ेगा, जो हफ्तों का काम है क्योंकि पार्ट्स और मैकेनिक कम हैं।

दुनियाभर पर असर
इस तकनीकी समस्या का असर दुनिया भर में पड़ा है। भारत में IndiGo और Air India ने यात्रियों को संभावित देरी और उड़ान रद्द होने की चेतावनी दी है। फ्रांस की Air France ने 35 उड़ानें रद्द कीं, जापान की ANA ने 65 उड़ानें कैंसल कीं। जर्मनी की Lufthansa, ब्रिटेन की EasyJet और न्यूजीलैंड की Air New Zealand भी प्रभावित हैं।

Airbus का बयान
Airbus ने माफी मांगी है और कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। सभी एयरलाइंस दिन-रात काम कर रही हैं ताकि जल्द से जल्द सभी विमान फिर उड़ान भर सकें। हालांकि, क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों से पहले सब ठीक हो पाएगा या नहीं, यह कहना अभी मुश्किल है।

विशेषज्ञों का कहना:
यह घटना दर्शाती है कि आधुनिक डिजिटल विमानों, ड्रोन और सैटेलाइट्स को स्पेस रेडिएशन से बचाने के लिए नई शील्डिंग और मजबूत कोडिंग की जरूरत है।

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