
जयपुर। तीन दिनों तक कचरे के ढेर से जूझते जयपुर को गुरुवार शाम राहत मिली, जब सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा कर दी। जयपुर नगर निगम (JMC) प्रशासन ने कर्मचारियों की अधिकांश मांगें मान ली हैं, जिसके बाद सभी कर्मचारी ड्यूटी पर लौट आए।
अधिकांश मांगों पर सहमति, एक अहम मुद्दा अब भी लंबित
हड़ताली कर्मचारियों और प्रशासन के बीच बैठक नगर निगम कमिश्नर गौरव सैनी तथा मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ की मौजूदगी में हुई। बातचीत के दौरान निगम प्रशासन ने अधिकांश मांगों पर सहमति जताई।
हालांकि स्वास्थ्य निरीक्षक व जमादार के कार्यवाहक पदों को पुराने स्वरूप में जारी रखने की प्रमुख मांग पर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया। ग्रेटर और हैरिटेज निगम के विलय के बाद वार्डों की संख्या 250 से घटकर 150 रह जाने के कारण इन पदों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
भर्ती प्रक्रिया फिर से शुरू होगी
विधायक कालीचरण सराफ ने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया कि लंबित भर्ती प्रक्रिया जल्द फिर शुरू की जाएगी और इसका नोटिफिकेशन भी शीघ्र जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों से मोबाइल ऐप के माध्यम से हाजिरी दर्ज नहीं कराई जाएगी।
शाम तक लौटे कर्मचारी, शहर में शुरू हुई सफाई
नगर निगम से मिले आश्वासनों के बाद सफाई कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया। इसके बाद शाम तक सभी कर्मचारी अपने-अपने काम पर लौट आए और शहर में सफाई का काम फिर शुरू हो गया।
तीन दिन तक कचरे के ढेर से परेशान रहा शहर
हड़ताल के चलते जयपुर के कई इलाकों में कचरे के ढेर लग गए थे।
- आवासीय मोहल्लों से लेकर सार्वजनिक शौचालयों की सफाई ठप रही।
- घर-घर कचरा संग्रहण कॉन्ट्रैक्ट वर्करों के जिम्मे था, लेकिन रात की झाड़ू, सड़क सफाई और सार्वजनिक शौचालयों की देखरेख नगर निगम कर्मियों द्वारा न होने पर व्यवस्था पूरी तरह अव्यवस्थित हो गई।
अब उम्मीद व्यवस्था के पटरी पर लौटने की
हड़ताल समाप्त होने के साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था सामान्य होने लगी है। प्रशासन का दावा है कि 24 घंटे के भीतर सभी इलाकों में सफाई की स्थिति सामान्य कर दी जाएगी।