Monday, December 1

पश्चिमी यूपी में बीजेपी का अति पिछड़ा दांव, महिलाओं और पिछड़े वर्ग को साधने की रणनीति

मेरठ/शादाब रिजवी: 2027 के विधानसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कमल खिलाने की तैयारी में बीजेपी ने जातिगत और सामाजिक समीकरणों पर दांव खेलना शुरू कर दिया है। पार्टी ने संगठन को मजबूत करने के लिए 14 जिलाध्यक्षों की नई सूची जारी की है।

अति पिछड़ा वर्ग और महिलाओं पर फोकस

बीजेपी ने मेरठ में हरवीर पाल को जिलाध्यक्ष बनाया है। हरवीर पाल अति पिछड़ा वर्ग के बड़े नेता माने जाते हैं और वे अभी तक पश्चिमी यूपी के पिछड़ा वर्ग के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे हैं। हाथरस में प्रेम सिंह कुशवाहा को जिलाध्यक्ष बनाया गया है, जबकि हापुड़ में कमान कविता माधरे को दी गई है। यह कदम पार्टी की रणनीति का हिस्सा है जिसमें महिलाओं और आधी आबादी को साधने पर जोर दिया गया है।

जिलाध्यक्षों की नियुक्ति

मेरठ में 57 आवेदन आए थे। हाथरस और एटा में पिछड़ा वर्ग के नेताओं को वरीयता दी गई। अलीगढ़ में मौजूदा जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह लाला और महानगर अध्यक्ष इंजीनियर राजीव शर्मा को बरकरार रखा गया। फिरोजाबाद में ठाकुर समाज के उदय प्रताप सिंह को जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया।

बीजेपी की रणनीति

बीजेपी की इस नई नियुक्ति सूची का उद्देश्य संगठन में मजबूती लाना और 2027 के चुनाव के लिए सामाजिक समीकरणों के अनुरूप तैयार रहना है। पार्टी ने इस बार पिछड़े वर्ग और महिलाओं के वोट को साधकर विधानसभा चुनाव में अपनी पकड़ मजबूत करने की योजना बनाई है।

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