
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने एक लेटेस्ट इंटरव्यू में अपने कामकाजी अनुभव साझा करते हुए फिर से नाना पाटेकर और डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री पर गंभीर आरोप लगाए।
तनुश्री ने फिल्म ‘चॉकलेट’ के एक सीन का जिक्र करते हुए कहा कि डायरेक्टर ने उनसे कपड़े उतारकर नाचने के लिए कहा, जिससे वह असहज हो गईं। उन्होंने स्पष्ट किया, “मैंने उस सीन पर कभी आपत्ति नहीं जताई, मेरी दिक्कत डायरेक्टर के मुझसे बात करने के तरीके से थी। मैंने उनसे कहा कि आप किसी भी प्रोफेशनल महिला से इस तरह बात नहीं करते।”
विवेक अग्निहोत्री के बारे में उन्होंने कहा, “उन्होंने बिना नाम लिए अब भी इंटरव्यूज में जो मन आया बोल रहे हैं। तब मैं फिल्मों में नई थी, मिस इंडिया बैकग्राउंड से आई थी। लड़की देखी नहीं कि फैल गए, ईगो शुरू हो गया और खुद को हीरो दिखाने की कोशिश की।”
नाना पाटेकर के संबंध में तनुश्री ने बताया कि 2008 में फिल्म उनके करियर के पीक पर थी। उन्होंने कहा, “उनसे बार-बार फिल्म में काम करने के लिए कहा गया। उन्होंने मुझसे हाथ जोड़कर कहा कि एक आइटम नंबर कर दूँ ताकि फिल्म बिक सके। लेकिन जैसे ही मैंने हां कहा, उनके साथ बर्ताव बदल गया।”
तनुश्री ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ पब्लिसिटी स्टंट का आरोप लगाया गया, जबकि वे पहले से ही काफी फेमस थीं। उन्होंने कहा, “यह चालाकी सेट पर ही शुरू हुई। वो मुझे तोड़ देना चाहते थे, ताकि खुद को ताकतवर दिखा सकें। मैं तब मासूम थी और नहीं जानती थी कि लोग इतने चालाक हो सकते हैं।”
एक्ट्रेस ने बॉलीवुड के बड़े नामों का भी जिक्र करते हुए कहा कि अगर वह विवाद करना चाहतीं, तो अमिताभ बच्चन या शाहरुख खान जैसे बड़े कलाकारों के साथ करतीं, न कि बिना काम और उम्रदराज़ लोगों के साथ।
तनुश्री ने यह साफ किया कि उनके साथ हुए व्यवहार ने उन्हें परेशान किया, लेकिन उन्होंने अपनी आवाज उठाने से पीछे नहीं हटीं और इस समय की घटनाओं को बेबाकी से साझा किया।