
पटना, सुधेंद्र प्रताप सिंह
बिहार विधानसभा चुनाव में जन सुराज पार्टी को मिली करारी हार के बाद पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने मंगलवार को जनता से माफी मांगी और हार की पूरी जिम्मेदारी खुद ली। उन्होंने कहा कि तीन साल की मेहनत के बावजूद जनता का भरोसा जीतने में असफल रहे, लेकिन बिहार को बेहतर बनाने का उनका संकल्प पहले से अधिक मजबूत है।
हार की जिम्मेदारी पूरी तरह मेरी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत किशोर ने कहा, “हमने ईमानदार प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। सत्ता परिवर्तन तो दूर, व्यवस्था परिवर्तन भी नहीं करा सके। जनता ने हम पर भरोसा नहीं किया, इसकी 100% जिम्मेदारी मेरी है।”
नीतीश कुमार को भ्रष्टाचारी नहीं बताया
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भ्रष्टाचारी नहीं कहा। उनके सभी आरोप केवल कुछ मंत्रियों के भ्रष्टाचार को लेकर थे। उन्होंने कहा, “अब जिम्मेदारी नीतीश कुमार की है कि वे मंत्रिमंडल को भ्रष्टाचार मुक्त करें और जनता से किए वादे पूरे करें।”
राजनीति छोड़ सकता हूं, लेकिन बिहार नहीं
PK ने कहा कि वे किसी पद पर नहीं हैं, इसलिए इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा, “मैं राजनीति छोड़ सकता हूं, लेकिन बिहार को नहीं छोड़ूंगा। चुनावी हार से पीछे हटने वाला नहीं हूं। अब मैं दोगुनी मेहनत करूंगा। जब तक बिहार को बेहतर बनाने का संकल्प पूरा नहीं कर लेता, पीछे हटने का कोई सवाल नहीं।”
20 नवंबर को मौन व्रत रखेंगे
प्रशांत किशोर ने स्वीकार किया कि वे जनता को यह समझाने में असफल रहे कि वोट किस आधार पर देना चाहिए और नई व्यवस्था क्यों जरूरी है। इसके लिए वे 20 नवंबर को गांधी भितिहरवा आश्रम में एक दिन का मौन व्रत रखेंगे। उन्होंने कहा, “हमसे गलतियां हुई होंगी, लेकिन अपराध नहीं किया। न जाति-आधारित जहर फैलाया, न धर्म के नाम पर बांटा और न वोट खरीदने का अपराध किया।”