
फिल्म ‘मुन्ना भाई’ फ्रैंचाइज़ी के फैंस पिछले 19 साल से तीसरे पार्ट का इंतजार कर रहे हैं। हाल ही में अभिनेता अरशद वारसी ने खुलासा किया कि आखिरकार ‘मुन्ना भाई चले अमेरिका’ फिल्म क्यों अटकी हुई है और तीसरे पार्ट के लिए तीन स्क्रिप्ट्स भी तैयार हैं।
अरशद वारसी ने बताई फिल्म अटकने की वजह
अरशद ने ‘द लल्लनटॉप’ को इंटरव्यू में बताया कि फिल्म इसलिए अटकी क्योंकि इसकी कहानी शाहरुख खान की ‘माई नेम इज खान’ (2010) से काफी मिलती-जुलती थी। उन्होंने कहा, “मुन्ना और सर्किट अमेरिकी राष्ट्रपति से मिलते हैं, यह आइडिया ‘माई नेम इज खान’ से मेल खा रहा था।”
राजकुमार हिरानी की ओरिजिनैलिटी पर जोर
अरशद ने आगे कहा कि निर्देशक राजकुमार हिरानी अपनी फिल्मों में ओरिजिनैलिटी पर बहुत पर्टिकुलर हैं। उदाहरण के लिए, ‘पीके’ की कहानी को उन्होंने तीसरी बार बदलकर नए रूप में प्रस्तुत किया।
तीसरे पार्ट के लिए तीन स्क्रिप्ट्स तैयार
हालांकि, अरशद ने फैंस को खुशखबरी भी दी कि तीसरे ‘मुन्ना भाई’ पार्ट के लिए हिरानी के पास तीन स्क्रिप्ट्स तैयार हैं। उन्होंने कहा कि ये स्क्रिप्ट्स आज के समय की फिल्मों से बेहतर हैं और दर्शकों को पसंद आएंगी।
सर्किट का रोल छोड़ने वाले थे अरशद
अरशद वारसी ने खुलासा किया कि वह शुरू में अपने फेमस किरदार ‘सर्किट’ को छोड़ने वाले थे। उन्होंने कहा, “मैं छोटे रोल नहीं करना चाहता था। अगर मैं ऐसे रोल करता रहा, तो करियर पर असर पड़ता।”
टैरो कार्ड रीडर ने बदली किस्मत
अरशद ने यह भी बताया कि किस्मत ने उनकी मदद की। टैरो कार्ड रीडर रितंभरा दीवान ने उन्हें रोल लेने की सलाह दी और भविष्यवाणी की कि फिल्म सफल होगी। शुरुआत में फिल्म की फीमेल लीड तब्बू थीं, लेकिन डेट्स की दिक्कतों के कारण वह निकल गईं और ग्रेसी सिंह को कास्ट किया गया।
सर्किट का असली नाम था ‘खुजली’
अरशद ने यह भी खुलासा किया कि फिल्म में ‘सर्किट’ का असली नाम ‘खुजली’ रखा गया था, जो उन्हें कादर खान के निभाए किरदारों की याद दिलाता था।