Monday, December 29

झंगोरे की खीर से मंडुए की रोटी तक,उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों ने मोहा मन

 

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मसूरी/देहरादून। उत्तराखंड की समृद्ध पाक-संस्कृति, लोक परंपराओं और अतिथि सत्कार की अनूठी झलक पेश करने वाला उत्तराखंड फूड फेस्टिवल–2025 रविवार को मसूरी में भव्य समापन के साथ संपन्न हो गया। 26 से 28 दिसंबर तक चले इस तीन दिवसीय महोत्सव ने स्थानीय लोगों से लेकर देश-विदेश से आए पर्यटकों तक को पहाड़ के पारंपरिक स्वादों से रूबरू कराया।

 

उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और जिला प्रशासन देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस फेस्टिवल में खानपान और संस्कृति का जीवंत संगम देखने को मिला।

 

पहाड़ के असली स्वाद से हुआ साक्षात्कार

 

झंगोरे की खीर, भट्ट की चुड़कानी, मंडुए की रोटी जैसे पारंपरिक पहाड़ी व्यंजनों ने जहां लोगों के मुंह में पानी ला दिया, वहीं आधुनिक अंदाज़ में तैयार फ्यूजन डिशेज़ युवाओं के बीच खासा लोकप्रिय रहीं। हर उम्र और हर स्वाद के लोगों के लिए यहां कुछ न कुछ खास मौजूद था।

 

लोक नृत्य और संगीत ने बांधा समां

 

खानपान के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने फेस्टिवल में जान डाल दी। पारंपरिक लोक नृत्य, स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियां और लाइव बैंड परफॉर्मेंस ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। परिवारों, बच्चों और युवाओं ने पूरे उत्साह के साथ इस सांस्कृतिक उत्सव का आनंद लिया।

 

उत्कृष्ट प्रतिभागियों को मिला सम्मान

 

महोत्सव के दौरान विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।

ओवरऑल कैटेगरी में प्रथम पुरस्कार होटल सैफ्रन लीफ, द्वितीय पुरस्कार जय बदरीनाथ स्वयं सहायता समूह और तृतीय पुरस्कार देवभूमि रसोई (द हापुरवालों की दुकान) को प्रदान किया गया।

फ्यूजन फूड कैटेगरी में प्रथम पुरस्कार बम्मीज कैफे एंड बेक हाउस, द्वितीय पुरस्कार प्यारी पहाड़न तथा संयुक्त तृतीय पुरस्कार उडिपी कैफे और स्टर्लिंग मसूरी को मिला।

 

स्थानीय उद्यमियों को मिला सशक्त मंच

 

समापन समारोह में मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) देहरादून अभिनव शाह (आईएएस) ने कहा कि उत्तराखंड फूड फेस्टिवल राज्य की खानपान परंपरा और सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय पहचान दिलाने का प्रभावी माध्यम है। ऐसे आयोजन स्थानीय उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों और होटल उद्योग को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ राज्य को प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करने में सहायक हैं।

 

संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनंद ने कहा कि भारी भीड़ और उत्साह इस आयोजन की सफलता का प्रमाण है। वहीं होटल एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष संदीप सहनी ने इसे होटल, कैफे और स्वयं सहायता समूहों के लिए बड़े मंच पर अपनी पहचान बनाने का सुनहरा अवसर बताया।

 

और भव्य आयोजन का संकल्प

 

उत्तराखंड फूड फेस्टिवल–2025 का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि आने वाले वर्षों में इसे और अधिक भव्य और व्यापक स्तर पर आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन न केवल स्थानीय भोजन और संस्कृति को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यटन, रोजगार और क्षेत्रीय व्यवसायों को भी नई दिशा प्रदान करेगा।

 

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