
मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में होने वाले बीएमसी चुनावों से पहले राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। 20 साल बाद ठाकरे ब्रदर्स – उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे – एक साथ मैदान में उतर रहे हैं। दोनों भाई आज दोपहर 12 बजे मुंबई के होटल ब्लू सी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन का औपचारिक ऐलान करेंगे।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) ने 150 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जबकि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) की ओर से राज ठाकरे 227 सीटों में से बाकी 77 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार 150 से अधिक सीटों पर दोनों दलों के बीच सहमति बन चुकी है, जबकि लगभग 70 सीटों पर अभी भी चर्चा जारी है। खासकर दादर, माहिम और परेल जैसे मराठी-बहुल इलाकों में सीट बंटवारे पर विवाद है, जिसे अगले कुछ दिनों में सुलझाने की संभावना है।
नए सियासी समीकरण:
ठाकरे ब्रदर्स के इस गठबंधन से मुंबई और एमएमआर क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। दोनों दल मुंबई में अपने घोषणापत्र भी जारी करेंगे और चुनावी रणनीति में मराठी और मुस्लिम वोटरों पर विशेष ध्यान देंगे। मुंबई में लगभग 28% मराठी और 20% मुस्लिम वोटर हैं। यदि यह वोट एक साथ आते हैं, तो यह महायुति और बीजेपी के लिए चुनौती बन सकता है।
महायुति और बीजेपी भी इस गठबंधन पर गहरी नजर रखे हुए हैं। बीजेपी मुंबई में 123 सीटें जीतने के लिए उत्तर भारतीय, गुजराती, मारवाड़ी और मराठी वोटरों के विभिन्न हिस्सों को एक साथ जोड़ने की योजना पर काम कर रही है। वहीं, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी, कांग्रेस के अलग-अलग चुनाव लड़ने से कुछ वोट बंटने की भी संभावना है।
मुंबई बीएमसी चुनाव के इस गठबंधन और सीट बंटवारे के फैसले से अगले सप्ताहों में राजनीतिक हलचल और बढ़ने की उम्मीद है।