
मेरठ: श्रीधाम अपार्टमेंट में 24 फ्लैटों के निर्माण टेंडर को लेकर भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अजय भराला और बिल्डर सचिन राजवंशी के बीच हुए टकराव ने शहर में हलचल पैदा कर दी है। विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला पुलिस और प्रशासन तक पहुंच गया।
दिल्ली रोड स्थित अल्पाइन हाइट्स निवासी बिल्डर सचिन राजवंशी ने अपने साझेदार अमित कंसल के साथ मिलकर यह टेंडर लिया था। सचिन का दावा है कि उन्होंने 10 लाख रुपये बयाने के तौर पर दिए और 5 सितंबर को भूमि पूजन कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया। साइट पर जनरेटर, चौकीदार और अन्य निर्माण सामग्री भी पहुंचा दी गई थी।
साले को टेंडर सौंपने पर शुरू हुआ विवाद
4 दिसंबर को परशुरामजी ट्रस्ट कार्यालय में अपार्टमेंट के सभी हिस्सेदारों की बैठक हुई। बैठक में यह तय हुआ कि अपार्टमेंट में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी अजय भराला को दी जाएगी। इसके बाद अजय ने यह टेंडर अपने साले विष्णु को सौंप दिया। यही वह बिंदु था, जहां से विवाद ने तूल पकड़ लिया।
AK-47 लहराने का आरोप
16 दिसंबर को बिल्डर सचिन अपने साथी अमित कंसल के साथ अपार्टमेंट पहुंचे और अपनी लगाई गई रकम वापस मांगी। इस दौरान कथित तौर पर अजय भराला, उनके साले विष्णु और अन्य लोगों के साथ कहासुनी हाथापाई में बदल गई। सचिन का आरोप है कि अजय भराला ने अपने सुरक्षा गार्ड की AK-47 राइफल लेकर उनका पीछा किया और जान से मारने की कोशिश की।
भाजपा नेता ने आरोपों को खारिज किया
दूसरी ओर अजय भराला ने आरोपों को पूरी तरह नकारते हुए कहा कि सचिन चार लोगों के साथ पिस्टल लेकर साइट पर आए थे और गाली-गलौज शुरू की। उनका कहना है कि विवाद उनके साले विष्णु और बिल्डर के बीच है। विष्णु की ओर से भी कंकरखेड़ा थाने में तहरीर दी गई है।
पुलिस जांच में जुटी
मामले में कार्रवाई न होने पर बिल्डर पक्ष गुरुवार को एसएसपी से मिला। एसएसपी के निर्देश पर सीओ दौराला प्रकाश चंद्र अग्रवाल को जांच सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि अपार्टमेंट की सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं हो सकी, लेकिन बिल्डर की ओर से मोबाइल वीडियो उपलब्ध कराया गया है। पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है।