
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस की ओर से उठाए गए ‘वोट चोरी’ के मुद्दे से खुद को अलग कर लिया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का इससे कोई लेना-देना नहीं है। उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस इस गठबंधन का घटक है, जबकि कांग्रेस इसके सबसे बड़े दल के रूप में सामने है।
आरजेडी नेता ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
इस बयान के बाद आरजेडी नेता मनोज झा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “उमर अब्दुल्ला बार-बार विवादों में घिर रहे हैं, और हमें जवाब देना पड़ रहा है। जब हम वोटिंग में धांधली और चुनाव आयोग की बात करते हैं, तो यह मुद्दा बहुत अहम हो जाता है। निष्पक्ष चुनाव सिर्फ कहने की बात नहीं, बल्कि ईमानदारी और सभी को बराबर मौका मिलने का प्रतीक होना चाहिए। भाजपा भी इसमें शामिल है और इसे गंभीरता से देखना होगा।”
कांग्रेस ने उठाया बवाल
इससे एक दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली में बीजेपी और चुनाव आयोग पर हमला किया। पार्टी ने आरोप लगाया कि ‘वोट चोरी’ सत्ताधारी पार्टी के डीएनए में है और उसके नेता जनता के मतदान अधिकार को छीनने की साजिश रच रहे हैं। कांग्रेस ने दावा किया कि उसने इस मुद्दे पर लगभग छह करोड़ हस्ताक्षर एकत्र किए हैं, जिन्हें राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा।