Saturday, December 6

यात्रियों पर टूटा मुसीबत का पहाड़: इंडिगो फ्लाइट कैंसल से हवाई अड्डों पर अफरातफरी

नई दिल्ली, 6 दिसंबर 2025
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का सिस्टम फेल हो गया और देशभर के हवाई अड्डों पर भयंकर अफरातफरी मच गई। शुक्रवार को संबंधित नियम को टालने की घोषणा के बाद भी चार दिन से जारी इस संकट में करीब 10 लाख यात्री प्रभावित हुए हैं। शुक्रवार को ही इंडिगो की 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं, जो अब तक का रिकॉर्ड है।

इंडिगो की गलती और कारण

एविएशन विशेषज्ञों के अनुसार, संकट के पीछे इंडिगो की लापरवाही है। FDTL के नए नियमों के अनुसार अधिक पायलटों की आवश्यकता थी, जिसे एयरलाइन समय पर पूरा नहीं कर पाई। 400 से अधिक विमानों वाले इंडिगो को अपनी तैयारी और कंट्रोल रूम क्षमता बढ़ानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

यात्री और हवाईअड्डों पर हालात

यात्री घंटों एयरपोर्ट पर फंसे रहे और एयरलाइन की कमी के कारण उन्हें रियल टाइम जानकारी नहीं मिल सकी। कई यात्रियों को होटल बुकिंग और खाना-पानी की समस्याओं का सामना करना पड़ा। कुछ यात्रियों ने महंगे होटल रूम लेने पड़े।

DGCA और एयरलाइन पर सवाल

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने मामले की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि DGCA को नए नियम लागू करने से पहले एयरलाइंस के साथ विस्तृत मीटिंग करनी चाहिए थी।

सॉरी और रिफंड से काम नहीं चलेगा

इंडिगो ने प्रभावित यात्रियों से माफी (SORRY) मांगी और रिफंड की घोषणा की है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यात्रियों को मुआवजा भी मिलना चाहिए। वहीं, अन्य एयरलाइंस ने अपने किराए बढ़ा दिए हैं, जो मांग और आपूर्ति के आधार पर हुआ।

भविष्य की चुनौती

भारत में अगले 10 वर्षों में विमान बेड़े की संख्या 800 से बढ़कर 2,000 के करीब हो सकती है। ऐसे में DGCA और एयरलाइंस को भविष्य के लिए मजबूत योजना और पर्याप्त स्टाफिंग सुनिश्चित करनी होगी।

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