MP सरकार का खजाना भरने वाला सिंगरौली, लेकिन हालात बेहाल: मौत के बाद भी नहीं मिलता शव वाहन, सड़क न होने से बीमार बुजुर्ग खाट पर अस्पताल ले जाए गए
सिंगरौली (मध्य प्रदेश):‘ऊर्जाधानी’ कहलाने वाला सिंगरौली जिला एक बार फिर अपनी बदहाली की वजह से सुर्खियों में है। राज्य सरकार को इंदौर के बाद सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला यह इलाका आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है। हालात यह हैं कि मौत के बाद भी लोगों को सम्मानजनक तरीके से शव वाहन तक नसीब नहीं होता। दो घटनाओं ने जिले के विकास के सरकारी दावों की सच्चाई उजागर कर दी है।
पोस्टमार्टम के लिए नहीं मिली गाड़ी, कचरा ढोने वाली ट्रॉली में ले जाना पड़ा शव
सरई थाने के इटावा गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। हत्या के एक मामले में मृतक का पोस्टमार्टम होना था, लेकिन नगर परिषद के पास शव वाहन ही उपलब्ध नहीं था। मजबूरी में अधिकारियों ने कचरा ढोने वाली ट्रॉली गाड़ी को ही शव वाहन बना दिया।
इसी ट्रॉली में शव को इटावा गांव से मर्चुरी तक ले जाया गया और पोस्टमार्टम के बाद उसी गाड़ी से शव को ...









