
शिमला/सोलन। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिले के गाईघाट स्थित एक सरकारी स्कूल में शिक्षक द्वारा चौथी कक्षा के छात्र की बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगा है। जानकारी के अनुसार, शिक्षक ने छात्र को कई थप्पड़ मारे और स्टील की स्केल से इतनी जोर से प्रहार किया कि बच्चे का सिर फट गया और खून बहने लगा।
घटना मंगलवार की बताई जा रही है। बताया गया कि पिटाई के दौरान छात्र खिड़की से टकरा गया, जिससे उसके सिर में गहरी चोट आई। शिक्षक ने बाद में बच्चे की चोट धोई और उसकी मां को बुलाकर घटना की जानकारी दी। परिजन तत्काल बच्चे को लेकर सोलन सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां उसका इलाज किया गया।
पहले भी हो चुकी थी मारपीट
पीड़ित बच्चे की मां ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि इससे पहले भी उसके बेटे के साथ स्कूल में मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पैरेंट-टीचर मीटिंग में शिकायत करने के बावजूद स्कूल प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस बार बच्चे के गंभीर रूप से घायल होने पर परिवार ने भोजनगर पुलिस थाना, परवाणु में शिकायत दर्ज कराई है।
शिक्षा विभाग ने मांगी रिपोर्ट
मामले की गंभीरता को देखते हुए सोलन के उपनिदेशक शिक्षा (डी.डी.ई.) मोहेन्द्र चंद पिरता ने संबंधित शिक्षक के खिलाफ जांच के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अधिकारी और स्कूल के प्रिंसिपल से गुरुवार तक विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी शिमला के रोहरू और चंबा जिले के सरकारी स्कूलों से छात्रों के साथ कॉर्पोरेल पनिशमेंट (शारीरिक दंड) की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। शिक्षा विभाग ने इन मामलों पर सख्ती बरतने की बात कही है, ताकि भविष्य में बच्चों के साथ इस तरह की अमानवीय घटनाएं न दोहराई जाएं।
(संपादकीय टिप्पणी)
यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि क्या हमारे स्कूलों में अनुशासन के नाम पर बच्चों की पिटाई अब भी सामान्य मानी जाती है? शिक्षकों को यह नहीं भूलना चाहिए कि शिक्षा का अर्थ केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि संवेदना और संस्कार देना भी है।