
भोपाल। अयोध्या नगर पुलिस ने मध्य प्रदेश में एक हाईटेक और पेशेवर चोर को गिरफ्तार किया है। आरोपी विजेंद्र उर्फ बंटी, 46 वर्ष, मूल रूप से हरियाणा के झज्जर का रहने वाला है और फिलहाल महाराष्ट्र के अमरावती में रहता था। उसे पकड़ने में महीनों का प्रयास लगा और आखिरकार इंदौर से गिरफ्तारी संभव हुई।
चोरी का अनोखा तरीका
विजेंद्र को ‘जेंटलमैन चोर’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह हमेशा साफ-सुथरे कपड़े पहनता, आत्मविश्वास से चलता और चोरी के दौरान ऐसा पेश आता कि लोग उसे आम कर्मचारी समझ लें। चोरी करने के बाद वह हमेशा चार्टर बस से ही सफर करता था, ताकि CCTV और सामान की चेकिंग से बचा जा सके। उसके पास मोबाइल फोन नहीं होता, जिससे कोई डिजिटल सबूत न मिल सके।
साजिश और तैयारी
वह पहले नई जगह में मोटरसाइकिल या स्कूटर चोरी करता और उसका इस्तेमाल अमीर कॉलोनियों और बड़े कैंपस में घरों की पहचान करने के लिए करता। गार्डों की आवाजाही पर नजर रखकर और स्मार्टफोन पर गूगल मैप्स का इस्तेमाल कर वह चोरी की सटीक योजना बनाता।
विशेष उपकरण और आत्मनिर्भरता
उसके कंधे पर हमेशा एक बड़ा बैग होता, जिसमें हाई-एंड टूल्स जैसे हाइड्रोलिक कटर और ताले तोड़ने के उपकरण होते। सोने-चांदी के गहनों को पिघलाने का उपकरण भी उसमें मौजूद था, जिससे वह चोरी का सामान बेचने के लिए किसी साथी पर निर्भर नहीं रहता था।
गिरफ्तारी का अनोखा तरीका
पुलिस के मुताबिक, महीनों तक बचने के बाद उसकी एक छोटी गलती ने उसे पकड़वा दिया। उसने MP Online कियोस्क से हरियाणा के फोन नंबर पर रिचार्ज करवाया, और उसी नंबर से चार्टर बस बुक की। इसके अलावा, उसका एक CCTV फुटेज भी मिला। इस डिजिटल सबूत और तकनीकी निगरानी के चलते पुलिस उसे देवास और इंदौर में ढूंढने में सफल हुई।
गिरफ्तारी में मिली संपत्ति
आरोपी के पास से लगभग 20 लाख रुपये की चोरी की संपत्ति बरामद हुई, जिसमें 150 ग्राम सोने के गहने, 1 किलो चांदी के गहने और चोरी की स्कूटी शामिल हैं।
SHO महेश लिलहरे का कहना
एसएचओ लिलहरे ने बताया कि यह मध्य प्रदेश में उसकी पहली गिरफ्तारी है। पूछताछ जारी है और आगे और खुलासे होने की संभावना है। विजेंद्र की कहानी इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक पेशेवर चोर भी डिजिटल फुटप्रिंट और सतर्क पुलिस के सामने फंस सकता है।