
अचलेंद्र कटियार, कोलकाता:
पश्चिम बंगाल में वोटर लिस्ट रिवीजन (SIR) को लेकर राजनीतिक तापमान बढ़ता जा रहा है। सोमवार को बीएलओ (ब्लॉक लेवल ऑफिसर) कोलकाता में राज्य के चीफ इलेक्शन ऑफिसर (CEO) के कार्यालय पहुंचे और अपने विरोध का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर अंदर जाने की कोशिश की, हालांकि इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली।
इस दौरान तृणमूल से जुड़े बीएलओ राइट्स प्रोटेक्शन कमिटी के सदस्य और बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी के बीच विवाद भी देखने को मिला। बीएलओ ने सुवेंदु अधिकारी को देखकर ‘गो बैक’ के नारे लगाए। प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा के लिए लगाए गए बैरिकेड पर धक्का-मुक्की और हाथापाई भी हुई।
बीजेपी ने आरोप लगाया कि तृणमूल पार्टी बीएलओ को भड़का रही है और उनके माध्यम से वोटर लिस्ट में गड़बड़ी कर रही है। पार्टी ने कहा कि वह गड़बड़ियों की शिकायत सीधे चीफ इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश कुमार से करेगी और राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात करने की मांग करेगी।
विपक्ष के नेता भी CEO कार्यालय पहुंचे और इस घटना पर अपना गुस्सा जताया। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि आयोग कार्यालय को शिफ्ट किया जाए और सुवेंदु अधिकारी ने सेंट्रल फोर्स से सुरक्षा की व्यवस्था करने का अनुरोध किया।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में कई बीएलओ की वोटर लिस्ट रिवीजन के दौरान मौतें भी हो चुकी हैं। केंद्रीय चुनाव आयोग ने बीएलओ के काम के लिए SIR का समय एक हफ्ते बढ़ा दिया है और उन्हें मिलने वाली राशि भी दोगुनी कर दी है।