
इस्लामाबाद: सर क्रीक को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच पाकिस्तान नौसेना ने साफ किया है कि वह हर समय सतर्क और तैयार है। पाकिस्तान नौसेना के प्रमुख वाइस एडमिरल राजा रब नवाज ने मंगलवार को कराची एक्सपो सेंटर में आयोजित पाकिस्तान इंटरनेशनल मेरीटाइम एक्सपो एंड कॉन्फ्रेंस 2025 (PIMEC-25) में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “हम हमेशा अपने क्षेत्रीय सुरक्षा और आसपास की गतिविधियों पर नजर रखते हैं। निगरानी और तत्परता हमारी निरंतर प्रक्रिया है।”
🔹 नई पनडुब्बियों से होगी बेड़े की मजबूती
एडमिरल नवाज ने बताया कि पाकिस्तान नौसेना के बेड़े में नई पनडुब्बियां जल्द शामिल की जाएंगी, जो देश की समुद्री और राष्ट्रीय सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाएंगी। उन्होंने कहा कि नौसेना का काम सिर्फ रक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार और समुद्री मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी इसका अहम कर्तव्य है।
🔹 ब्लू इकोनॉमी और समुद्री संसाधन
पाकिस्तान नौसेना प्रमुख ने ब्लू इकोनॉमी को विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका कहना है कि समुद्री संसाधनों का कुशल उपयोग देश के व्यापारिक और औद्योगिक अवसरों को बढ़ा सकता है।
🔹 सर क्रीक पर सीमा विवाद
सर क्रीक, अरब सागर के तटीय क्षेत्र में स्थित 96 किलोमीटर लंबा दलदली इलाका, गुजरात के कच्छ जिले और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बीच है। भारत 1914 के मुंबई प्रेसीडेंसी रिकॉर्ड के आधार पर मानता है कि सीमा मध्य रेखा से गुजरती है, जबकि पाकिस्तान का दावा है कि पूरी क्रीक उसकी है और सीमा पूर्वी किनारे पर तय होनी चाहिए।
हाल के महीनों में पाकिस्तान द्वारा निगरानी चौकियों को मजबूत करने और समुद्री क्षेत्र में गश्त बढ़ाने के बाद भारत ने भी अपनी निगरानी और गश्त बढ़ा दी है। यह छोटा सा अंतर वास्तव में अरब सागर में दोनों देशों के एक्सक्लूसिव इकनॉमिक ज़ोन (EEZ) पर बड़ा असर डाल सकता है, जहां तेल, गैस और मत्स्य संसाधनों की संभावनाएं मौजूद हैं।
🔹 भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा
पाकिस्तान नौसेना प्रमुख की यह गीदड़भभकी उस समय आई है, जब सर क्रीक विवाद और दोनों देशों की सुरक्षा और निगरानी गतिविधियों में इज़ाफा हुआ है। एडमिरल नवाज का बयान साफ संदेश देता है कि पाकिस्तान हर खतरे का सामना करने के लिए तैयार है।