
गाजियाबाद: 3 नवंबर की रात गाजियाबाद स्वाट टीम ने दिल्ली-मेरठ हाईवे के गुलधर इलाके में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय कफ सिरप धंधे का पर्दाफाश किया। चार ट्रकों में छिपाकर रखी गई लगभग डेढ़ लाख कोडीन युक्त प्रतिबंधित कफ सिरप की शीशियां बरामद की गईं, जिनकी कीमत लगभग साढ़े तीन करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह खेप बांग्लादेश भेजी जाने वाली थी।
🔹 सरगना कौन है?
पुलिस के मुताबिक इस धंधे का मुख्य सरगना सौरव त्यागी है। सौरव, गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके के मकनपुर का रहने वाला है। उसने मेडिकल स्टोर चलाने के साथ-साथ दवाओं की सप्लाई का काम किया। यही उसके लिए धंधे में कदम रखने का रास्ता बना। धीरे-धीरे सौरव इस अवैध कफ सिरप सप्लाई का मुख्य सप्लायर बन गया।
सौरव ने एनसीआर और दिल्ली के विभिन्न इलाकों में कफ सिरप की सप्लाई का नेटवर्क संभाला और गाजियाबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन का कोषाध्यक्ष भी बन गया।
🔹 धंधे का तरीका और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन
सौरव और उसके दल ने कोडीन युक्त कफ सिरप को ट्रकों में चूने की बोरियों के नीचे छिपाकर बांग्लादेश भेजने की योजना बनाई थी। पुलिस ने मौके पर कार्रवाई करके इस सप्लाई को रोक दिया। पकड़े गए आठ लोगों में सौरव सहित सात लोग उसके लिए काम कर रहे थे।
🔹 सुपरहत और गिरफ्तारी
- पुलिस को ट्रकों के साथ लगभग 20 लाख रुपये कैश भी मिला।
- इससे पहले सोनभद्र पुलिस ने इसी तरह की खुफिया जानकारी दी थी, जिसके आधार पर गाजियाबाद पुलिस ने छापा मारा।
- इस कार्रवाई से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौत के सामान की सप्लाई का नेटवर्क उजागर हुआ।
🔹 बच्चों की मौत के बाद प्रतिबंध
सौरव द्वारा सप्लाई किए गए कोडीन युक्त कफ सिरप से बच्चों की मौत की घटनाओं के बाद इन ब्रांड्स को प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके बावजूद सौरव ने नए रास्ते खोजकर इसे बांग्लादेश में सप्लाई करना शुरू कर दिया।
निष्कर्ष: गाजियाबाद पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई ने एक अंतरराष्ट्रीय अवैध कफ सिरप सप्लाई रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में आगे और गिरफ्तारियों और जांच की संभावना बनी हुई है।