Monday, December 1

टूरिस्ट वीज़ा पर भेजा रूस, अब जबरन सेना में भर्ती का दबाव

विदेश में बेहतर नौकरी और लग्जरी लाइफ का सपना संजोए पूर्वांचल के सैकड़ों युवाओं के साथ बड़ा धोखा हुआ है। नौकरी दिलाने का दावा करने वाले एजेंटों ने इन युवाओं को टूरिस्ट वीज़ा पर रूस भेज दिया। वीज़ा खत्म होते ही रूसी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और अब उन पर रूस की सेना में जबरन भर्ती होने का दबाव बनाया जा रहा है। यह गंभीर आरोप खुद वहां फंसे युवाओं ने अपने परिजनों से बात करते हुए लगाया है।

“नौकरी का सपना दिखाकर भेजा, अब जान जोखिम में है”

बस्ती, गोरखपुर, देवीपाटन और आसपास के जिलों से सैकड़ों युवक रूस में फंसे हैं। युवाओं का आरोप है कि एजेंटों ने उन्हें ऊँचे पैकेज और अच्छी नौकरी का लालच दिया, लेकिन उन्हें पर्यटक वीज़ा पर ही भेजा गया।
वीज़ा की अवधि समाप्त होते ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और अब फौज में भर्ती होकर युद्ध में भेजे जाने की चेतावनी दी जा रही है।

रूस में फंसे एक युवक ने वीडियो कॉल पर बताया—
“हमारे पास कोई रास्ता नहीं है। पुलिस पकड़कर थाने में घंटों बैठाए रखती है। सेना में भर्ती न होने पर डराया-धमकाया जा रहा है। कृपया हमें बचाइए।”

15 लाख रुपये की एफडी और 2.5 लाख मासिक वेतन का लालच

कई युवाओं के परिजनों ने दावा किया कि रूस की सेना उन्हें भर्ती के लिए 15 लाख की एफडी और 2.5 लाख रुपये महीना वेतन देने की बात कह रही है। लेकिन युवक युद्ध में भेजे जाने के डर से इससे इंकार कर रहे हैं और किसी भी तरह वतन वापसी चाहते हैं।

एक परिजन ने कहा—
“हमें नौकरी नहीं चाहिए, हमें अपने बेटे की सुरक्षा चाहिए। सरकार मदद करे।”

एजेंट गायब, फोन स्विच ऑफ

जब युवाओं ने परिजनों को स्थिति बताई तो परिवार एजेंटों से संपर्क करने दौड़े। लेकिन सभी एजेंट गायब, फोन स्विच ऑफ, कार्यालय बंद… कहीं कोई जवाब नहीं।
पीड़ित परिवार अब स्थानीय पुलिस और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

“विदेश भेजने का खेल” फिर आया सामने

पूर्वांचल में युवाओं को नौकरी का लालच देकर विदेश भेजने का यह धंधा वर्षों से चल रहा है। कई बार युवक टूरिस्ट वीज़ा पर भेजे जाते हैं और बाद में फंस जाते हैं।
रूस में चल रहे संकट को देखते हुए मामले की गंभीरता और बढ़ जाती है।

परिवारों ने सरकार से लगाई गुहार

परिजनों ने प्रधानमंत्री, विदेश मंत्रालय और स्थानीय सांसदों से अपील की है कि जल्द से जल्द रूस में फंसे युवाओं को सुरक्षित भारत वापस लाया जाए। कई परिवारों ने रिश्तेदारों और परिचितों से पैसे इकट्ठे कर वहां फंसे युवाओं तक मदद पहुंचाने की कोशिश भी शुरू कर दी है।

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